सीबीआइ ने पंकज दुबे से की पूछताछ
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जमशेदपुर, कार्यालय संवाददाता : बारीडीह विजया गार्डेन निवासी रंजन भट्टाचार्य अपहरण कांड की जांच के सिलसिले में सीबीआइ (केन्द्रीय जांच ब्यूरो) की टीम ने जेल में बंद सीरियल क्राइम के आरोपी पंकज दुबे को 12 घंटे के लिए रिमांड पर लिया। पंकज दुबे से सीबीआइ टीम ने सर्किट हाउस में पूछताछ की।
मालूम हो कि 25 जनवरी 2010 के बाद से रंजन भट्टाचार्य का पता नहीं चल पा रहा है। उसके परिवार वालों का कहना था कि लाल रंग की सूमो पर सवार कुछ लोग रंजन को उठा कर ले गए थे। उसके बाद से रंजन का पता नहीं चल पाया है। रंजन के परिजनों ने बिरसानगर थाना में शिकायत दर्ज करायी थी। इस मामले में परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। हाईकोर्ट के आदेश पर रंजन अपहरण की गुत्थी सुलझाने का काम सीबीआइ को सौंपा गया था। पंकज दुबे ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर शहर में छह बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। इसमें डॉक्टर प्रभात व इन्द्रपाल हत्याकांड उल्लेखनीय है। इसके अलावा डॉक्टर आशीष राय, डॉक्टर पीके मिश्रा, जुगसलाई में विजय कुमार पर फायरिंग की घटना में भी पंकज दुबे गिरोह ही शामिल था। इन घटनाओं मे रंजन भट्टाचार्ज की संलिप्तता की बात सामने आई थी। डॉक्टर प्रभात हत्याकांड की सुनवाई के दौरान में यह बात सामने आई कि रंजन भी वारदात में शामिल था। परिजनों का आरोप है कि रंजन को पुलिस ने उठाया था। जांच में जुटी सीबीआइ की टीम ने पंकज दुबे से जेल में जाकर पूछताछ की थी। इधर सीबीआइ की टीम कई दिनों से जमशेदपुर में जमीं हुई थी। सीबीआइ की टीम विशेष अदालत से पंकज दुबे से पूछताछ के लिए रिमांड का आदेश लेकर आज घाघीडीह जेल पहुंची थी। सीबीआइ पंकज दुबे को जेल से लेकर सर्किट हाउस पहुंची और उससे पूछताछ की। पंकज पुलिस यह पता करने का प्रयास में जुटी है कि क्या रंजन उसके साथ अपराध में शामिल था या नहीं। क्या पुलिस ने उसे उठाया था?
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