झारखंड के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में मिली 200 प्रकार की दुर्लभ तितलियां
बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने खुलासा किया है कि हाथियों के लिए संरक्षित झारखंड के दलमा में 200 प्रकार की दुर्लभ तितलियां हैं। ...और पढ़ें

जमशेदपुर, मनोज सिंह। हाथियों के लिए संरक्षित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी अपने में अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को समेटे है। समुद्र तल से 984 मीटर की उंचाई वाली इस पर्वत शृंखला 193.22 वर्ग किलोमीटर तक फैली है। जिसमें सैकड़ों प्रकार के जीव जंतु, फूल-फल व जानवर निवास करते हैं। दलमा में पाए जाने वाले जीव जंतुओं का रिसर्च करने के लिए बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की चार सदस्यीय टीम ने क्षेत्रीय निदेशक सह वैज्ञानिक डॉ. गोपाल शर्मा के नेतृत्व में दलमा का अध्ययन किया।
टीम ने 12 दिनों तक दलमा के 60 स्थानों पर दिन रात जीव जंतुओं से लेकर यहां पाए जाने वाले जानवरों का अध्ययन किया। रिसर्च के बाद दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गोपाल शर्मा ने बताया कि दलमा के अंदर 55 प्रजातियों के कीट पाए गए, जिसमें कई ऐसे थे जो विलुप्त के कगार पर हैं। इसके अलावा 200 से अधिक प्रकार की तितलियां पाई गईं। जिसमें से कई तितलियां मोथ प्रजाति की पहली बार दलमा में देखी गईं। इसके अलावा हाथी, भालू, जंगली बिल्ली 15 प्रकार के रेंगने वाले जानवर जिसमें सांप व गिरगिट पाए गए।
अध्ययन के लिए स्कूली छात्र आते हैं दलमा
दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में विभिन्न प्रकार के जीव जंतु, पेड़ पौधे को देखने व उसका अध्ययन करने के लिए विभिन्न स्कूलों के सैकड़ों छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण आते रहते हैं। दलमा के रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि दलमा में जीव जंतुओं, पेड़ पौधों के जीवन से संबंधित हर प्रकार की जानकारी यथा संभव वनकर्मियों द्वारा उन्हें दी जाती है। उन्होंने बताया कि दलमा में संग्रहालय का निर्माण हो रहा है, जहां पर्यटकों को दलमा का इतिहास से लेकर यहां पाए जाने वाले जीव जंतुओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
दलमा में पाए गए दुर्लभ जीव-जंतु
- 200 से अधिक प्रकार की तितलियां
- 55 प्रकार के कीट पतंगे
- लाल गिलहरी, भालू
- 100 से अधिक प्रकार के पक्षी
- 15 प्रकार के रेंगने वाले जीव
बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम
- डॉ. गोपाल शर्मा, वैज्ञानिक सह क्षेत्रीय निदेशक बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया
- रिसर्चर - कुमार कस्तुर, राहुल कुमार तथा अपूर्वा
होगी संरक्षण की कवायद
दलमा में पाए जाने वाले दुर्लभ जीव जंतुओं की विस्तृत जानकारी व विवरण झारखंड सरकार डायवरसिटी बोर्ड को दी जाएगी, ताकि दुर्लभ व विलुप्त हो रहे जीव जंतुओं की संख्या बढ़ाई जा सके या इसका संरक्षण करने के लिए कोई बड़ा कदम उठाया जा सके। दलमा में वैसे कीट मिले हैं जो जिस रंग का पत्ते हैं उसी रंग के हो जाते हैं।
-- डा. गोपाल शर्मा, क्षेत्रीय डायरेक्टर सह वैज्ञानिक बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया
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