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    नाक के अंदर मक्खी ने दिए अंडे, निकले 70 कीड़े

    अमित तिवारी, जमशेदपुर : क्या आपने कभी किसी शख्स की नाक के अंदर मक्खी को अंडे देते सुना है? शायद नहीं

    By Edited By: Updated: Sat, 28 Mar 2015 05:55 AM (IST)

    अमित तिवारी, जमशेदपुर : क्या आपने कभी किसी शख्स की नाक के अंदर मक्खी को अंडे देते सुना है? शायद नहीं लेकिन ऐसा हुआ है। गम्हरिया निवासी 70 वर्षीय वृद्धा की नाक में अचानक एक मक्खी तब घुस गई जब वह घर में साफ-सफाई का काम कर रही थी। मक्खी करीबन दो मिनट में निकल तो गई, लेकिन उतनी ही देर में नाक के अंदर अंडे दे दिए। फिर क्या था, अंडे जैसे-जैसे बड़े होने लगे, महिला की नाक का दर्द बढ़ने लगा। यहां तक कि दर्द बढ़कर सिर तक जा पहुंचा।

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    लगातार महिला की स्थिति गंभीर होते देख परिजनों ने उसे 21 मार्च को टेल्को क्षेत्र के टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान महिला की नाक से लगातार खून निकल रहा था जिसे देखकर चिकित्सक व परिजन भी हैरान थे। इसे गंभीरता से लेते हुए चिकित्सकों ने एक विशेष टीम गठित कर मरीज की जांच-पड़ताल शुरू की। इसमें पता चला कि मरीज की नाक में तीन दिन पूर्व मक्खी घुस गई थी। हालांकि वह कुछ ही देर बाद निकल गई, लेकिन तब तक करीब 70 अंडे दे चुकी थी। ये अंडे कीड़े का आकार ले चुके थे। चिकित्सकों ने जब कीड़े निकालने शुरू किए तो बारी-बारी से करीब 70 कीड़े निकले। सभी कीड़े निकलने के बाद महिला की तबीयत में अब सुधार हो रहा है। चिकित्सकों ने उसे अस्पताल से छुंट्टी दे दी है। महिला ने अपना नाम अखबार में प्रकाशित नहीं करने का अनुरोध किया है। इस कारण महिला का नाम गुप्त रखा गया है।

    ..तो दिमाग में पहुंच जाते कीड़े

    नाक के अंदर मक्खी के अंडे कीड़े का आकार ले चुके थे। धीरे-धीरे कीड़ों का आकार बढ़ता जा रहा था। अगर समय से इलाज नहीं होता तो कीड़े दिमाग में पहुंच जाते और अंजाम के तौर पर मौत मिलती। टाटा मोटर्स अस्पताल के ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. शलभ रस्तोगी ने बताया कि टेल्को अस्पताल में अबतक का यह पहला मामला है। उन्होंने कहा कि देश में भी इस तरह के मामले बहुत ही कम सुनने को मिलते हैं। डॉ. शलभ ने कहा कि कीड़े नाक के अंदरूनी भाग को क्षतिग्रस्त कर रहे थे जिसके कारण महिला की नाक के अंदर से लगातार खून निकल रहा था। इसके बाद चिकित्सकों की टीम ने इंडोस्कोपी के जरिए कीड़े को देख तारपीन तेल डालकर कीड़ों को बाहर निकाला। इस दौरान बारी-बारी से करीब 70 कीड़े निकले। हर एक कीड़ा आकार में एक सेंटीमीटर के करीब का था।

    ऑपरेशन में कौन-कौन थे चिकित्सक

    टाटा मोटर्स अस्पताल के ईएनटी विभागाध्यक्ष शलभ रस्तोगी के नेतृत्व में डॉ. संतोष कुमार, डॉ. जन्नत, डॉ. प्रसन्ना व डॉ. कृष्णा साई ने ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई।

    मक्खियों से संबंधित कुछ अहम तथ्य

    - मक्खियों की 40,000 से अधिक प्रजातियां होती हैं। एक मक्खी एक समय में 120 से 150 अंडे देती है।

    - मक्खियां अपने जीवन काल में 600 से 900 तक अंडे देती हैं।

    - सर्दी के कारण शत्रु से बचने के लिए मक्खियां 50 किलोमीटर से 1000 किलोमीटर तक उड़ सकती हैं।

    - उड़ते समय मक्खियां एक सेकेंड में लगभग 200 बार अपने पंखों को फड़फड़ाती हैं। पंख फड़फड़ाने से ही भिनभिनाने की आवाज पैदा होती है।

    - मक्खियों के दांत नहीं होते। अत: जिस चीज को उन्हें खाना होता है, उस वस्तु पर वे अपना थूक गिरा कर उसे नरम बनाती हैं, फिर उसे चाट जाती हैं।

    - एक मक्खी की आयु केवल दो या ढाई माह होती है।