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    Hazaribagh News: सांप के जहर से नहीं, सुविधाओं की कमी से हारा मनोज, सड़क-पुलिया का अभाव बनी मौत की वजह

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 06:39 PM (IST)

    हजारीबाग के गिधनियां गांव में सर्पदंश से एक किशोर की मौत हो गई। पुलिया न होने के कारण उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। जंगली हाथियों को भगाने के बाद घर लौटे मनोज को सांप ने डस लिया। नाला पार करने में हुई देरी के कारण उसकी जान नहीं बच सकी।

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    पुलिया के अभाव में नहीं मिल सका समय पर इलाज। फोटो जागरण

    संवाददाता सहयोगी, विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। प्रखंड के गोविंदपुर स्थित चितरामो पंचायत के गिधनियां-मसूतरी टोला में सर्पदंश से किशोर की मौत हो गई। पुलिया के अभाव में समय पर अस्पताल न पहुंच पाने के कारण 15 वर्षीय मनोज टुडू की जान नहीं बच सकी।

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    प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात गांव में जंगली हाथियों के झुंड के आने की सूचना पर मनोज अन्य युवकों के साथ उन्हें भगाने में जुटा रहा। देर रात जब वह घर लौटा तो बरामदे में सो गया।

    इसी दौरान एक जहरीले सांप ने उसे डस लिया। रात में ही मनोज की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसने परिजनों को जगाकर स्थिति की जानकारी दी। परिजनों ने तुरंत घरेलू उपचार शुरू किया और चितरामो से एक वाहन मंगवाया। लेकिन गांव तक पक्की सड़क और पुलिया नहीं होने के कारण वाहन परसातरी नाला के पास आकर रुक गया।

    वाहन चालक ने नाले में बह रहे तेज पानी को देखते हुए आगे जाने से इनकार कर दिया। ऐसे में परिजनों ने मनोज को खाट पर लादकर किसी तरह नाला पार करवाया और वाहन तक पहुंचाया। उसे विष्णुगढ़ अस्पताल लाया गया, लेकिन गुरुवार सुबह चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।

    ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में यह नाला गांव का मुख्य संपर्क मार्ग रोक देता है। गिधनियां, मसूतरी और परसातरी गांवों में करीब 70-75 परिवारों के लगभग 300 से 350 आदिवासी रहते हैं।

    सड़क और पुलिया के अभाव में हमेशा से उन्हें आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। चितरामो आंगनबाड़ी केंद्र से गिधनियां तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क और पुलिया निर्माण के लिए 6 अगस्त को बीडीओ अखिलेश कुमार एवं सीओ नित्यानंद दास द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

    गांव के आदिवासी समाज के बहाराम हांसदा का कहना है कि आजादी के 76 साल बाद भी गिधनियां जैसे सुदूरवर्ती गांव में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। उन्होंने अविलंब सड़क और पुलिया निर्माण की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना न करना पड़े।