Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सड़क निर्माण में लापरवाही: एनएचएआई की अनदेखी जारी

    By Sunil Shrivastava Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Thu, 09 Oct 2025 04:19 PM (IST)

    राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में लापरवाही के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन एनएचएआई कोई सबक नहीं ले रहा। सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हो रहा, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों का कहना है कि एनएचएआई को सड़क निर्माण की गुणवत्ता और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

    Hero Image

    हजारीबाग में सड़क निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है।

    सुनील श्रीवास्तव बरकट्ठा (हजारीबाग)। बरकट्ठा में इन दिनों एनएच 2 सड़क किनारे नाली निर्माण के नाम पर एनएचएआइ द्वारा एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है।

    पूरे बरकट्ठा अंचल क्षेत्र अंतर्गत गुजरा मोड, स्क्रेच, घघरी, तररबेचवा, कोशमा, कोनहरा, बरकट्ठा, बंडासिंघा, बेलकपी, गोरहर में सड़क पर बेतरतीब ढंग से एनएच जैसी महत्वपूर्ण सड़क पर जिस प्रकार प्रत्येक दिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है,इससे दुर्घटना का आशंका बनी रहती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सड़क पर मिट्टी, क्रॉस बैरियर, कंक्रीट के बड़े बड़े टुकड़े सड़क पर एवं इसके किनारे फेंका हुआ है, जो दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण बन रहा है।

    रही बात नाली निर्माण की तो सबसे पहले बरकट्ठा ब्लॉक चौक से लेकर बरकट्ठा थाना तक लगभग 500 मीटर तक दोनों साइड कलवर्ट पाइप को बिछाकर नाली निर्माण किया गया। बीस बीस मीटर पर चेंबर का आधा अधूरा निर्माण किया गया है। 

    ठेकेदार ने पिछले छह माह से बरकट्ठा ब्लॉक से लेकर थाना तक पूरे एनएच के सड़क पर बेतरीब ढंग से मिट्टी पाइप रखकर सड़क की चौड़ाई कम कर दी। तब जाकर ग्रामीणों ने पाइप की नाली निर्माण को रोका।

    पुनः निर्माण एजेंसी द्वारा आरसीसी नाली के लिए वर्क आर्डर दिया गया। बरकट्ठा ब्लॉक के सामने से कॉपरेटिव तक चार माह में लगभग 200 मीटर में फाउंडेशन काटा गया। लेकिन अब भी नाली आधा अधूरा ही है। 

    इस नाली के निर्माण में मात्र 8 एमएम का सरिया इस्तेमाल किया जा रहा है जिसको लेकर साइड इंचार्ज द्वारा बताया गया कि डिजाइन के अनुसार ही नाली का निर्माण किया जा रहा है।

    अब जबकि एनएच सरकार की एक जिम्मेवार संस्था है, अब भगवान जाने किस इंजीनियरिंग से 8 एमएम के सरिया इस्तेमाल हो रहा है। 

    इस पर अबतक किसी भी जिम्मेवार अधिकारी ने प्रतिक्रिया नहीं दी है। जबकि अब जबकि गांव ग्राम में पंचायतों में भी कम से कम दस एमएम का सरिया का इस्तेमाल सार्वजनिक नाली में किया जाता है। 

    अब क्या माजरा है, टेक्निकल लोग ही जानें। लेकिन भौतिक रूप से इतना पतला सरिया का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।

    पूर्व मुखिया बसंत साव ने बताया निर्माण एजेंसी को पब्लिक हित की कोई चिंता नहीं है। वह किसी तरह आधा अधूरा काम करके बिल निकालने के फिराक में रहता है।

    एनएचआई के अधिकारी भी कंपनी पर कड़ाई नहीं करते जिससे बरकट्ठा में एनएच 2 की सड़क की दुर्दशा हो गई है ।

    समाजसेवी दर्शन सोनी ने बताया निर्माण एजेंसी चोरदहा चौपारण से लेकर गोरहर तक छिटपुट काम कर रही है। इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

    बरकट्ठा जैसे बड़ी आबादी वाले क्षेत्र में सड़क पर नाली निर्माण के नाम पर बेतरतीब ढंग से मिट्टी पाइप एनएच फोरलेन पर छोड़ दिया गया है, इससे आए दिन दुर्घटना की संभावना बनी रहती है

    मुखिया सुमन कुमार झुरझुरी पंचायत के मुखिया के अनुसार चौपारण से लेकर गोरहर तक कंपनी काम के नाम पर सिर्फ एक्सीडेंटल जोन बना रही है।

    सिर्फ घंघरी में ही सकरेज से लेकर कोशमा तक सर्विस रोड व नाली का काम आधा अधूरा है, कोई देखने वाला नहीं है।

     शिलाडीह गोरहर के समाजसेवी सुनील कुमार पांडे ने बताया गोरहर पुल व चौक के पास अब तक लगभग दर्जन भर से अधिक जानें चली गईं।

    कोई जिम्मेवारी नहीं समझता है। लोग अंडरपास का सर्विस रोड पांच वर्षों से आधा अधूरा है। नाली का निर्माण भी अब तक नहीं हुआ है भगवान जानें क्या होगा इस रोड का ।