रिमांड होम भी सुरक्षित नहीं, हजारीबाग में पॉस्को केस का आरोपित किशोर ने किया आत्महत्या का प्रयास
हजारीबाग स्थित रिमांड होम में आत्महत्या का प्रयास किया। उसे गिरिडीह से हजारीबाग लाया गया था। शुक्रवार की सुबह उसने धारदार हथियार से गर्दन काटकर जान देने की कोशिश की। रिमांड होम के कर्मियों ने आनन-फानन में उसे उठाकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया जहां कैदी वार्ड के बेड नंबर-6 पर उसका इलाज चल रहा है।

संवाद सूत्र, हजारीबाग : पॉस्को केस के आरोपित एक किशोर ने गुरुवार की संध्या हजारीबाग स्थित रिमांड होम में आत्महत्या का प्रयास किया।
बताया जाता है कि उसे गिरिडीह से हजारीबाग लाया गया था। शुक्रवार की सुबह उसने धारदार हथियार से गर्दन काटकर जान देने की कोशिश की।
जानकारी के अनुसार, साथी किशोर बंदी द्वारा शोर मचाने पर रिमांड होम के कर्मियों ने आनन-फानन में उसे उठाकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां कैदी वार्ड के बेड नंबर-6 पर उसका इलाज चल रहा है।
किशोर एक लड़की से प्रेम करता था और उसके साथ फरार हो गया था। पकड़े जाने के बाद लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि किशोर को रिमांड होम भेज दिया गया।
आशंका जताई जा रही है कि इसी आत्मग्लानि के कारण उसने आत्महत्या का प्रयास किया है। घटना के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर किशोर के वार्ड में धारदार हथियार कैसे पहुंचा।
रिमांड होम में सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी निगरानी की पोल इस घटना ने खोलकर रख दी है।हालांकि, पूरे मामले पर रिमांड होम प्रशासन ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।