Hazaribagh: प्रसव पीड़ा के बीच पहाड़ी पगडंडी पर पांच किमी पैदल चली गर्भवती, गांव में नहीं है सड़क की सुविधा
Hazaribagh News पांच किलोमीटर का सफर तय करने में करीब दो घंटे से अधिक का समय लगा। मुखिया नंदू मेहता ने बताया कि पूरनपनिया गांव की समस्या से केंद्रीय र ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, इचाक (हजारीबाग): आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद भी हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड की डाडीघाघर पंचायत का आदिवासी बाहुल्य पूरपनिया गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
यहां सड़क तक नहीं है। इस कारण शुक्रवार को एक गर्भवती दो सहयोगी महिलाओं के सहारे पांच किलोमीटर पैदल चलकर फूफंदी गांव पहुंची।
इसके बाद उसे ममता वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इचाक लाया गया। यहां महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। प्रसूता भी स्वस्थ है। उनके पति सुरेंद्र किस्कू ने बताया कि सड़क के अभाव में पांच किलोमीटर पहाड़ी पगडंडी से होकर प्रसूता को लाया गया।
केंद्रीय राज्यमंत्री को समस्या से कराया गया अवगत
पांच किलोमीटर का सफर तय करने में करीब दो घंटे से अधिक का समय लगा। मुखिया नंदू मेहता ने बताया कि पूरनपनिया गांव की समस्या से केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी को अवगत कराया गया है। उन्होंने सड़क और उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए डीसी को पत्र दिया है।

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