जेल में करवटें बदलते बीती पूर्व सांसद प्रभुनाथ की रात
जेल प्रशासन ने उन्हें, उनके भाई दीनानाथ सिंह और सहयोगी रितेश सिंह को स्पेशल सेल 9 के डिग्री 10 में रखा है।

हजारीबाग, जागरण संवाददाता। मशरख विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद सजा के इंतजार में जेपी कारा में बंद पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की पहली रात करवटें बदलती गुजरी। गर्मी ने उन्हें परेशान किया। जेल प्रशासन ने उन्हें, उनके भाई दीनानाथ सिंह और सहयोगी रितेश सिंह को स्पेशल सेल 9 के डिग्री 10 में रखा है। इसी सेल में धनबाद के विनोद सिंह हत्याकांड के आरोपी रामाधीर सिंह भी हैं।
जेल सूत्रों के अनुसार शुक्रवार की सुबह प्रभुनाथ सिंह पांच बजे ही उठ गए थे। काफी देर तक अंदर ही टहलने के बाद थोड़ा व्यायाम किया। नहाने के बाद करीब एक घंटे तक पूजा-अर्चना की और ध्यान लगाकर शांति से बैठे रहे। इस दौरान उन्होंने किसी से बातचीत नहीं की। पूजा समाप्त के बाद ही उन्हें जेल का नाश्ता दिया गया, जिसमें उन्होंने ज्यादा रुचि नहीं ली। नाश्ते के बाद वे सीधे रामाधीर सिंह के पास पहुंचे। काफी देर तक दोनों के बीच बातचीत का दौर चला। दोनों साथ-साथ सेल के अंदर घूमते भी नजर आए।
मुलाकातियों का लगा रहा तांता: शुक्रवार को दिन में प्रभुनाथ सिंह से मिलने के लिए कई लोग जुटे। छपरा नगरपालिका की अध्यक्ष मीना अरुण सबसे पहले उनसे मिलने पहुंची थीं। हालांकि, इसके लिए उन्हें तीन-चार घंटे का लंबा इंतजार करना पड़ा। काफी प्रक्रिया के बाद वे उनसे मुलाकात करने में सफल हो सकीं। दोपहर बाद प्रभुनाथ से मिलने जदयू के विधायक गौतम सिंह और विधान पार्षद राधाचरण सेठ पहुंचे थे। छपरा से कई पंचायत के मुखिया भी यहां मुलाकात की आस लिए पहुंचे थे लेकिन वे मिल नहीं पाए। गौरतलब है कि प्रभुनाथ सिंह और उनके दो सहयोगियों को गुरुवार को हजारीबाग कोर्ट ने विधायक हत्याकांड का दोषी माना है। इस मामले में उन्हें 23 मई को सजा सुनाई जाएगी।

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