Jharkhand Crime: अफीम बेचने आए दो तस्कर गिरफ्तार, 1.7 किलो अफीम बरामद; पुलिस को गुमराह करने काे बच्चों का इस्तेमाल
उतरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय तस्करी का केंद्र बन गया है। ऐसे ही दो तस्करों को कोर्रा थाने की पुलिस ने 1.7 किलो अफीम के साथ मंगलवार को गिरफ्तार किया। बता दें कि हजारीबाग में अफीम को ऊंचे दाम मिलते हैं। अफीम तस्कर पुलिस को गुमराह करने के लिए तरह तरह के उपाय करते हैं।
संवाद सहयोगी, हजारीबाग। उतरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय तस्करी का केंद्र बन गया है। हर चौथे दिन हजारीबाग में अफीम की खेप पकड़ी जा रही है। ऐसे ही दो तस्करों को कोर्रा थाने की पुलिस ने 1.7 किलो अफीम के साथ मंगलवार को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए अफीम तस्कर खूंटी जिले के बाड़ी बाना गांव के रहने वाले हैं। इनमें लोरह मुंडा और मगन सिंह मुंडा शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी जबरा तालाब इंटर साइंस कालेज के समीप हुई।
हजारीबाग में अफीम को मिलते हैं ऊंचे दाम
बरही के कुछ अफीम तस्करों के बुलावे पर ये तस्कर अफीम लेकर आए थे। एसडीपीओ सदर महेश प्रजापति ने बताया कि सूचना के आलोक में एसपी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया था। छापेमारी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जबरा तालाब इंटर साइंस कालेज के समीप से दोनों तस्करों को गिरफ्तार किया। तलाशी के क्रम में एक हरे रंग के प्लास्टिक में करीब 1.7 किलोग्राम अफीम बरामद हुआ।
दो साल की बच्ची को लेकर आया था साथ
एसडीपीओ ने बताया कि आरोपित अफीम की खेती करते हैं। हजारीबाग में अफीम को ऊंचे दाम मिलते हैं। अफीम तस्कर पुलिस को गुमराह करने के लिए तरह तरह के उपाय करते हैं। मंगलवार को गिरफ्तार तस्कर पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने दो साल की बच्ची को लेकर आए थे। सूचना के आलोक में पुलिस भी पहली नजर में बच्चे को देखकर चौंक गई। परंतु सूचना के आधार पर जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि अफीम तस्करी के लिए बच्चों का उपयोग कर रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।