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    छह दिन पहले पति ने दी थी जान, अब कैंसर से पत्‍नी ने भी तोड़ा दम, एक हफ्ते के अंदर तीन मासूम हुए अनाथ

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Mon, 07 Aug 2023 09:08 AM (IST)

    मनीषा पिछले छह सालों से कैंसर से जूझ रही थी। उसके पति नंद किशोर ने उसका इलाज भी कराया था लेकिन धीरे-धीरे वह आर्थिक तंगी की चपेट में आने लगा। आखिरकार मानसिक तनाव में आकर उसने अपनी जान दे दी और अब रविवार को मनीषा की भी मौत हो गई। महज एक हफ्ते के अंदर इनके बच्‍चे अनाथ हो गए।

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    नंद किशोर मेहता की पत्‍नी मनीषा की फाइल फोटो।

    संसू, इचाक (हजारीबाग)। छह दिन पूर्व कैंसर पीड़ित अपनी पत्नी इलाज कराने में असमर्थ होने पर प्रखंड के चपरख निवासी नंद किशोर मेहता ने कुआं में कूद कर अपनी जान दे दी थी। अभी नंद किशोर के चिता की अग्नि ठंडी भी नही हुई थी कि कैंसर पीड़ित पत्नी ने भी रविवार को दम तोड़ दिया।

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    छह साल से कैंसर से जूझ रही थी मनीषा

    मनीषा पिछले सालों से कैंसर पीड़ित थी। नंद किशोर ने कई महीनों तक उसका इलाज कराया, लेकिन फिर वह आर्थिक तंगी से परेशान हो गया था। आंखों के सामने अपनी पत्‍नी को पल-पल तड़पता वह नहीं देख सका इसलिए मौत को गले लगा लिया। नंद किशोर की मौत के बाद अब मनीषा के चले जाने से एक बार फिर से घर में कोहराम मच गया।

    बच्‍चों के सिर से उठा मां-बाप का साया

    इनके तीन बच्‍चे हैं और तीनों नाबालिग हैं। महज एक हफ्ते के अंदर इनके सिर से मां-बाप दोनों का साया उठ गया। परिवार व गांव के लोग इन मासूम बच्‍चों को देखकर रो रहे हैं। नंद किशोर के वृद्ध माता-पिता का हाल देखते नहीं बनता है। रो-रोकर इनकी आंखों में आंसू सूख चुके हैं। एक साथ अपने बहू-बेटे को खोना, अपने नाती-पोतों को अनाथ होते देखना और अब इस उम्र में उनकी जिम्‍मेदारी की बातें सोचकर ये परेशान हैं।

    कुएं में कूदकर नंद किशोर ने दी थी जान

    ज्ञात हो कि आर्थिक तंगी के वजह से अपनी बीमार पत्नी मृतक मनीषा का इलाज नही करा पाने के कारण एक अगस्त को नंद किशोर कुमार मेहता ने मानसिक तनाव में आकर प्रखंड के हीं हदारी स्कूल के समीप कुएं में डूब कर जान दे दी थी।

    पत्‍नी ने किया झगड़ा तो पति ने लगा ली फांसी

    इसी दरमियान यहां के करियातपुर गांव निवासी स्व द्वारिका साव का 45 वर्षीय पुत्र संतोष कसेरा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना शनिवार देर रात की बताई जा रही है। घटना के कारणों का पता अभी ठीक से पता नहीं चल पाया है। इस संबंध में मृतक की मां मीना देवी ने बताया कि घटना वाले दिन उसका पत्नी रीना देवी से मामूली विवाद हो गया था।

    रविवार सुबह जब मैं घर आई तो दरवाजा अंदर से खुला हुआ था। कमरे में देखा तो मेरा बेटा फांसी के फंदे पर लटका था- मृतक की मां। 

    इधर घटना की सूचना मिलते ही इचाक पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल हजारीबाग भेज दिया। इधर पोस्टमार्टम के बाद शव के घर पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया। पत्नी रीना देवी, बेटी अंजली कुमारी, बेटे अविनाश और रवि समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।