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    Hazaribagh पुलिस को मिली बड़ी सफलता, कुख्यात उत्तम यादव गिरोह का सदस्य दानिश इकबाल गिरफ्तार

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 02:00 AM (IST)

    हजारीबाग पुलिस ने लोहसिंघना थाना क्षेत्र से झारखंड और बिहार के कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल को गिरफ्तार किया। दानिश इकबाल पर हत्या लूट और रंगदारी जैसे कई गंभीर आरोप हैं और वह बिहार के गया जिले का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कई वारदातों में शामिल होने की बात स्वीकार की है और पुलिस ने उसके पास से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं।

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    कुख्यात उत्तम यादव गिरोह का सदस्य दानिश इकबाल गिरफ्तार। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, हजारीबाग। लोहसिंघना थाना पुलिस को रविवार की देर रात एक बड़ी सफलता मिली है। गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में झारखंड और बिहार के कुख्यात अपराधी एवं उत्तम यादव गिरोह के सक्रिय सदस्य दानिश इकबाल को पुलिस ने धर दबोचा।

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    पुलिस के अनुसार, दानिश इकबाल पर हत्या, लूट, फिरौती, हथियारबंदी और विस्फोटक से हमले जैसे संगीन अपराधों में कई मुकदमे दर्ज हैं।

    वह बिहार के गया जिले का रहने वाला है और लंबे समय से फरार चल रहा था। प्रेस वार्ता में एसपी अंजनी अंजन ने गिरफ्तार आरोपित के बारे में जानकारी दी।

    एसपी ने बताया कि पांच अक्टूबर की रात पुलिस को सूचना मिली कि हजारीबाग, चतरा और औरंगाबाद में सक्रिय आपराधिक गिरोह का सदस्य दानिश इकबाल लोहसिंघना थाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात की फिराक में घूम रहा है।

    सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों के साथ एक विशेष टीम गठित कर घेराबंदी अभियान चलाया गया। रात करीब दो बजे पुलिस ने हवाई अड्डा के पास संदिग्ध व्यक्ति को रुकने का इशारा किया, लेकिन वह भागने लगा।

    पुलिस की तत्परता से उसे खदेड़ कर पकड़ लिया गया। मालूम हो कि कुछ दिन पहले पुलिस ने उत्तम यादव को भी मार गिराया था।

    पूछताछ में किए कई सनसनीखेज खुलासे

    गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में दानिश इकबाल ने कबूल किया कि वह कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है।

    उसने दिसंबर 2024 में हजारीबाग के उदय साव की गोली मारकर हत्या, गया जिले में अनवर अली हत्या कांड, और गुरुहा थाना क्षेत्र में भारतमाला प्रोजेक्ट कैंप पर बमबारी व मजदूरों पर गोली कांड की बात स्वीकार की।

    उसने यह भी बताया कि उसका गिरोह व्यवसायियों, ठेकेदारों और आम लोगों से रंगदारी वसूलने और लेवी वसूलने का काम करता है।

    फर्जी दस्तावेज के सहारे फरारी

    एसपी ने प्रेसवार्ता में बताया कि दानिश इकबाल पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करता था।

    उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, पांच सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

    पुलिस को शक है कि वह कई बार फर्जी नाम-पते का उपयोग कर अलग-अलग राज्यों में पहचान बदलकर अपराध करता रहा है।

    पुलिस अधीक्षक ने लोहसिंघना थाना प्रभारी और टीम की तत्परता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस गिरफ्तारी से उत्तम यादव गिरोह को बड़ा झटका लगा है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और शीघ्र ही पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।

    पुलिस ने बताया आपराधिक इतिहास

    दानिश इकबाल के खिलाफ बिहार और झारखंड में आठ से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें शामिल हैं—

    • लोहरसीमा थाना कांड सं. 216/24 (धारा 103(1)/611(1)/3(5) बीएनएस व 27 आर्म्स एक्ट
    • आमस थाना कांड सं. 341/23 (धारा 302/120B भादवि)
    • गुरुहा थाना कांड सं. 271/24
    • शेरघाटी थाना कांड सं. 555/16 (धारा 337/341/323/385/307 भादवि)
    • शेरघाटी थाना कांड सं. 819/23 (धारा 147/323/504/506/34 भादवि)
    • शेरघाटी थाना कांड सं. 104/25 (विस्फोटक अधिनियम)
    • शेरघाटी थाना कांड सं. 199/25 (धारा 308(5))
    • शेरघाटी थाना कांड सं. 337/25