Hazaribagh: जर्जर सड़कों ग्रामीणों का जीवन हुआ दूभर, मरम्मत के अभाव में परेशानी बढ़ी
हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड में कई ग्रामीण सड़कों की हालत खस्ता है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। रमुआ में एक सड़क विशेष रूप से जर्जर है जहाँ पत्थर उभर आए हैं। सांसद प्रतिनिधि ने मरम्मत की मांग की है। अन्य मार्गों की भी हालत खराब है जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है। बारिश के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं।

ललित मिश्रा, विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड अंतर्गत कई ग्रामीण सड़कों की हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है। मरम्मत के अभाव में इन सड़कों पर चलना ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
विशेषकर रमुआ में विनोद प्रजापति के घर से कालीचरण पांडेय के घर तक लगभग 500 फीट लंबी सड़क की स्थिति बेहद खराब हो गई है।
बरसात के पानी के तेज बहाव से सड़क की ऊपरी मिट्टी बह गई है और नीचे बिछे पत्थर उभर कर बाहर आ गए हैं, जिससे राहगीरों को चलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यह सड़क बेढ़ा हटियारा पंचायत के अंतर्गत आती है और कसेरा मोहल्ला, नावाडीह, रमुआ जैसे कई गांवों को जोड़ती है। इस मुख्य मार्ग पर देवी मंडप, लक्ष्मण कुंवर पिंडा, गणपति मंदिर जैसे धार्मिक स्थल और ऐतिहासिक तालाब बड़की बंधिया स्थित हैं।
साथ ही नवनिर्मित आईटीआई भवन भी इसी मार्ग पर है। ऐसे में इस मार्ग पर ग्रामीणों की दैनिक आवाजाही होती है, लेकिन सड़क की जर्जर स्थिति ने आवागमन को जोखिम भरा बना दिया है।
सांसद प्रतिनिधि ने की मरम्मत की मांग
सांसद प्रतिनिधि रविंद्र कुमार बरनवाल उर्फ दीपू भाई ने बताया कि इस सड़क की मरम्मत अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस संबंध में हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल को अवगत कराया है और शीघ्र मरम्मत की उम्मीद जताई है।
वहीं, विष्णुगढ़ से नावाडीह होते हुए वादीखरना तक एनएच-522 को जोड़ने वाली अन्य सड़कें भी खस्ताहाल हैं। कोलतार पूरी तरह से उखड़ चुका है और नीचे बिछी स्टोन चिप्स सतह पर आ गई है, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय नेताओं ने उठाई आवाज
कांग्रेस नेता विश्वेश्वर प्रसाद स्वर्णकार ने बीडीओ के माध्यम से उपायुक्त को पत्र भेजकर सड़क मरम्मत की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मार्ग हजारों ग्रामीणों के लिए मुख्य संपर्क मार्ग है, लेकिन उसकी हालत चलने लायक नहीं रही है।
इसी तरह, एनएच-522 से हेठली बोदरा जाने वाली ग्रामीण सड़क की भी यही स्थिति है। 2023 में माले नेता धनश्याम पाठक ने कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी को पत्र लिखकर मरम्मत की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
सड़कों ने लिया तालाब का रूप
गैड़ा होते हुए संतुरपी और वहां से जीटी रोड को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति भी बेहद खराब है। जगह-जगह बने गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने से सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है। इससे राहगीरों को यह भी नहीं पता चलता कि सड़क कहां है और गड्ढा कहां, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं।
जनहित में सड़क मरम्मत की मांग तेज
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए सभी खस्ताहाल सड़कों की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए, ताकि लोगों को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा मिल सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।