Hazaribagh Crime: शारीरिक चोटों में सुधार, लेकिन मानसिक आघात से उबर नहीं पाया है मासूम, बेरहमी से पिटाई का वीडियो हुआ था वायरल
हजारीबाग में एक मासूम शारीरिक चोटों से तो उबर रहा है, लेकिन मानसिक आघात से नहीं। बच्चे की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने समाज को झकझोर ...और पढ़ें

हजारीबाग उपायुक्त ने पीड़ित बच्चे को बैग एवं पठन-पाठन की सामग्री दी।
संवाद सूत्र, बरही (हजारीबाग)। बरही थाना क्षेत्र के गया रोड स्थित हरीनगर मोहल्ले में एक नाबालिग बच्चे के साथ हुई बेरहमी से मारपीट की घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
घटना में गंभीर रूप से घायल बच्चे का इलाज हजारीबाग सदर अस्पताल में चल रहा था, जहां से शनिवार को उसे छुट्टी दे दी गई। इलाज के बाद बच्चा शनिवार को अपने घर लौट आया, लेकिन वह अब भी भयभीत एवं सहमा हुआ है।
घर लौटने से पहले शनिवार को उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने अपने कार्यालय में पीड़ित नाबालिग बच्चे और उसके परिजनों से मुलाकात की। डीसी ने परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली और पीड़ित बच्चे, उसके पिता तथा भाई से कई बिंदुओं पर पूछताछ की।
इस दौरान पीड़ित बच्चे के पिता ने उपायुक्त को एक आवेदन सौंपा। आवेदन में बताया गया कि 16 दिसंबर की शाम करीब पांच बजे उनका पुत्र घर के बगल स्थित परती जमीन पर क्रिकेट खेल रहा था।
इसी दौरान आलोक गुप्ता (पिता– बीरेंद्र साह) और उनकी भाभी वहां पहुंचे और बच्चे के साथ बेरहमी से मारपीट की। परिजनों ने घटना का वीडियो भी उपलब्ध होने की बात कही।
उपायुक्त ने बच्चे को ढाढस बंधाते हुए उसे स्कूल बैग, स्वेटर और शिक्षण सामग्री प्रदान की। साथ ही परिजनों को सलाह दी कि बच्चा अभी मानसिक रूप से डरा हुआ है, इसलिए उसे बार-बार घटना की याद न दिलाएं।
बल्कि उसका ध्यान पढ़ाई और सामान्य दिनचर्या की ओर केंद्रित रखें। डीसी ने नियमों के तहत हरसंभव सहायता देने का भरोसा भी दिलाया।
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने भी पीड़ित परिवार से बातचीत की और बच्चे का बयान दर्ज किया। हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। परिजनों ने बताया कि शारीरिक चोटों में सुधार है, लेकिन बच्चा मानसिक आघात से अभी उबर नहीं पाया है।
उल्लेखनीय है कि नाबालिग के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामला मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा था। लोगों का कहना है कि शीर्ष स्तर के निर्देश के बाद ही पुलिस हरकत में आई। पीड़ित की मां के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को त्वरित गिरफ्तार किया गया। हालांकि उसी दिन कोर्ट से उसे जमानत मिल गई।

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