मछली पकड़ने गए चार युवक कोनार नदी में फंसे, पुलिस और डीवीसी की त्वरित कार्रवाई से बची जान
हजारीबाग के विष्णुगढ़ में चंद्रूफॉल के पास कोनार नदी में मछली पकड़ने गए चार युवक फंस गए। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और डीवीसी प्रबंधन ने तत्परता दिखाते हुए कोनार डैम का गेट बंद करवाया जिससे नदी का बहाव कम हुआ। रात 130 बजे चारों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

जागरण संवाददाता, विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। प्रखंड के नरकी स्थित चंद्रूफॉल में मछली पकड़ने गए चार युवक राकेश सोरेन पिता लालू सोरेन, उपेंद्र, टेकलाल, और राजेंद्र गंझू पिता किटा गंझू कोनार नदी में फंस गए।सभी युवक पास के गांव बाजे के थे। थाने की पुलिस एवं डीवीसी के स्थानीय प्रबंधन की त्वरित कार्यवाही से युवकों की जान बच गई।
बताया गया कि वे मछली पकड़ने बुधवार शाम को बाइक से चंद्रूफॉल पहुंचे थे। नदी किनारे बाइक खड़ी कर वे कोनार नदी के बीच स्थित पत्थर पर जाकर बैठ गए।वहां वे मछली पकड़ने की कोशिश में जुटे थे। देर शाम तक उनके घर नहीं लौटेने पर परिजन खोजते हुए चंद्रू फॉल नदी के किनारे पहुंचे।
युवकों का पता नहीं चला। पर नदी किनारे उनकी बाइक खड़ी मिली। जिसकी जानकारी परिजनों ने नरकी मुखिया प्रभु गंझू के पुत्र अशोक गंझू को दी। जिस पर उसने विष्णुगढ़ थाने की पुलिस को इस पूरे वाक्य से अवगत कराते हुए युवकों के खोजने की पहल करने का अनुरोध किया।
डैम का गेट रात 10.0 बजे बंद
थाना प्रभारी सपन कुमार महथा ने अरजरी पिकेट प्रभारी चंदन सिंह को इस संबंध में कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए युवकों के बचाव करने पर जोर दिया।। श्री सिंह ने तत्काल इसकी सूचना कोनार डैम परियोजना प्रधान राणा रणजीत सिंह को रात 9.30 बजे दी।
परियोजना प्रधान के निर्देश पर पर डीवीसी प्रबंधन के गोपाल महतो ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अपने उच्चतर अधिकारियों से कोनार डैम गेट को बंद करने के लिए संपर्क किया। बताया गया कि डीवीसी कोनार डैम के जल संग्रहण की क्षमता और उसकी निगरानी केंद्रीय जल आयोग, भारत सरकार के अधीन आता है।निर्देश मिलने पर डैम का गेट रात 10.0 बजे बंद हो पाया।
जिससे कोनार नदी का बहाव कम हुआ।आवाज देने पर युवकों ने नदी में फंसे होनी की जानकारी दी। रात 1.30 बजे चारों युवकों सुरक्षित नदी से से बाहर आ गए। ग्रामीणों ने इस कार्य के लिए अरजरी पिकेट प्रभारी चंदन सिंह और डीवीसी प्रबंधन के प्रति आभार जताया है। परिजनों एवं ग्रामीणों ने कहा कि दुर्गा पूजा के उत्सव पर बाजे गांव के चार युवक बड़ी अनहोनी के शिकार होने से बच गए।
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