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    Conversion : दारू में फिर हो गया मतांतरण का खेल, बिरहोर टोला के पांच परिवारों के सदस्यों ने बदला धर्म

    By Yogesh SahuEdited By:
    Updated: Wed, 14 Dec 2022 10:33 PM (IST)

    झारखंड की इरगा पंचायत के बड़वार बिरहोर टोला धर्मांतरण का खेल फिर से शुरू हो गया है। यहां करीब 20 से 25 बिरहोर परिवार रहते हैं। इन्हें संरक्षण देने के ल ...और पढ़ें

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    मतांतरण कर चुकी सावित्री और उसकी बहन चरकी बिरहोर : जागरण

    दारू( हजारीबाग), राजन सिन्हा। मिशनरी द्वारा एक बार फिर दारू में मतांतरण का खेल शुरू हो गया है। इस बार गरीब बिरहोर इनके निशाने पर हैं। मिशनरी अशिक्षित गरीब परिवार के सदस्यों का धर्म परिवर्तन आसानी से करा लेते हैं।

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    जानकारी के अनुसार, इरगा पंचायत के बड़वार बिरहोर टोला में 20 से 25 बिरहोर परिवार रहते हैं जिन्हें संरक्षण देने के लिए सरकार की ओर से बहुत सारी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। लेकिन, इन्हें मुफ्त इलाज, झाड़ फूंक और भोजन आदि का लालच देकर धर्म परिवर्तन का खेल खेला जा रहा है।

    जानकारी मिली है कि यह सारा खेल एक स्कूल परिसर से संचालित हो रहा है। इस स्कूल पर पहले भी आरोप लगे हैं। बिरहोर टोला में अब तक पांच परिवार के बीस से ज्यादा लोग अपना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म से जुड़ चुके हैं।

    बिरहोर जाति छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने वालों में मंगरा बिरहोर के चार बेटे छोटू बिरहोर, रामनाथ बिरहोर, गोलू बिरहोर, बड़का मुंडी बिरहोर और दरबारी बिरहोर का बेटा कार्तिक बिरहोर शामिल है। यह सभी अपने पूरे परिवार पत्नी और बच्चों के साथ ईसाई धर्म अपना चुके हैं। बीते एक साल के दौरान इन सभी का मतांतरण हुआ है।

    तबीयत खराब थी, प्रार्थना सभा में ठीक हुई बहन तो बदल लिया धर्म

    धर्म परिवर्तन करने वाली सावित्री ने बताया कि सात आठ माह पहले उसकी बहन चरकी की तबीयत बहुत खराब थी। बहुत जगह इलाज कराया पर वो ठीक नहीं हुई। उसके बाद वो मिशनरी के संपर्क में आई और वहां प्रार्थना में जाने लगी जिसके बाद उसकी बहन ठीक हो गई। धीरे-धीरे वे लोग ईसाई धर्म से जुड़ गए।

    वह बताती हैं कि हर शनिवार और रविवार को स्कूल के चर्च में प्रार्थना होती है जिसमें दूसरे धर्म के सैकड़ों लोग नियमित रूप से शामिल होते हैं। इनमें बड़ी संख्या में दूसरे धर्म से ईसाई धर्म अपनाने वाले लोग शामिल होते हैं। मालूम हो कि इस स्कूल के खिलाफ पहले भी मतांतरण का आरोप लग चुका है।

    सदर विधायक मनीष जायसवाल की सहायता से एक बड़ा आंदोलन और धरना प्रदर्शन भी किया गया था। इसके बाद कई लोगों ने ईसाई धर्म छोड़कर घर वापसी भी की थी। इस बारे में इरगा पंचायत की मुखिया अनिता देवी ने कहा कि धर्म परिवर्तन कराए जाने की जानकारी मिली है। जल्द ही मतांतरण करने वाले लोगों के पास जाकर उन्हें वापस अपने धर्म में शामिल करने का आग्रह करूंगी।