हजारीबाग में मतांतरण में लगे 11 लोग पुलिस हिरासत में, ग्रामीणों ने एजेंटों की कर दी पिटाई
हजारीबाग जिले के कटकमसांडी प्रखंड के छड़वा गांव में चंगाई सभा के नाम पर मतांतरण का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने सभा में हंगामा किया और बजरंग दल ने सभा रुकवाई। पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि सभा में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की जाती थीं। पहले भी झोंझी गांव में चंगाई सभा को लेकर हंगामा हो चुका है।

संवाद सूत्र, हजारीबाग। भोले-भाले ग्रामीणों की बीमारी और आर्थिक स्थिति को ढाल बनाकर जिले में बड़े पैमाने पर चंगाई सभा के नाम पर मतांतरण का कार्य किया जा रहा है।
ताजा मामला कटकमसांडी प्रखंड के रोमी पंचायत अंतर्गत छड़वा गांव का है। जहां मामला उजागर होने के बाद रविवार को आशा देवी, पति शर्मा राम के घर में चल रहे चंगाई सभा को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे बजरंग दल के लोगों ने सभा को बंद करा दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने बाहर से आए लोगों की जमकर पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया। पूरे प्रकरण में पेलावल पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि एक साल से आशा देवी के घर पर आयोजित इस सभा में छड़वा के अलावा असधीर, रोमी, हेदलाग, डांड, तीलरा, कंचनपुर, हुड़हुहू और मंडई गांवों से दर्जनों महिला-पुरुष शामिल होते थे।
सभा का नेतृत्व मंडई निवासी शिला देवी और हुड़हुहू निवासी तुलसी रविदास कर रहे थे। आरोप है कि गांव घर के लोगों को इनके द्वारा इसाई मिशनरी के बारे में जानकारी दी जाती थी और चंगाई सभा के बहाने हिंदू देवी-देवताओं के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी और बातें की जाती थी। जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी थी।
रविवार को होने वाले इस सभा को लेकर ग्रामीण जुट गए। इसके बाद हो हंगामा हुआ तो आशा देवी के घर से बड़ी संख्या में बाईबिल, हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ भ्रामक पोस्टर और पंपलेट मिला। इसके बाद बवाल और तेज हो गया।
सूचना पर पहुंचे पेलावल थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडेय सभा में शामिल लोगों को थाने ले गए। ग्रामीणों ने साफ कहा कि गांव में इस तरह की धार्मिक सभा या धर्मांतरण से जुड़े आयोजन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
वहीं, थाना प्रभारी ने चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर सख्त कार्रवाई होगी। विरोध करने वालों में सहायक शिक्षक संघ मोर्चा के जिला अध्यक्ष चंदन कुमार मेहता सहित संजय कुमार, परमेश्वर मेहता, रामू राम, अजय कुमार मेहता, कैलाश यादव, उमेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विशाल कुमार, रोशन ठाकुर, संदीप मेहता, मुकेश मेहता, मुकेश यादव, भोला राणा, अजय यादव, रोहित मेहता, आदित्य गुप्ता, मुकेश पासवान समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
20 दिन पूर्व झोंझी में भी हुआ था बवाल
करीब 20 दिन पूर्व कटकमसांडी के झोंझी गांव में भी चंगाई सभा को लेकर हंगामा हुआ था। भुवनेश्वर राणा के घर आयोजित सभा के दौरान एक सात वर्षीय बालक की मौत हो गई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा था। दबाव में आकर इसाई पास्टर बन चुके भुवनेश्वर राणा ने अपने घर में विधिवत पूजा-अर्चना कर सनातन धर्म में वापसी कर ली थी।
चंगाई सभा के चक्कर में राजू यादव ने गंवाया इकलौता बेटा
कटकमसांडी प्रखंड के आराभुसई निवासी राजू यादव भी चंगाई सभा के फेर में फंसकर अपने कैंसर पीड़ित इकलौते बेटे की जान गंवा बैठा। डॉक्टरों ने बच्चे के इलाज के लिए मुंबई टाटा अस्पताल में ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी, लेकिन उसने भरोसा चंगाई सभाओं पर किया।
राजू यादव पत्नी समेत पंजाब, दिल्ली, यूपी सहित कई जगहों पर होने वाली चंगाई सभाओं में महीनों भटकता रहा। लगभग एक साल तक इलाज के बजाय वह मिशनरियों की सभा में जाता रहा। अंततः एक माह पूर्व उसके बेटे की मौत हो गई। इस घटना के बाद राजू यादव ने भी सनातन धर्म में वापसी कर ली।
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