हजारीबाग में मासूम की दर्दनाक मौत, कार के बोनट में फंसा मिला बच्चे का शव
हजारीबाग में एक दुखद घटना में, एक छोटे बच्चे का शव एक कार के बोनट में फंसा हुआ पाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बच्चे को अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस घटना की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।
-1761197803794.webp)
कार के बोनट में फंसा मिला साढ़े तीन साल के बच्चे का शव। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, हजारीबाग। इचाक थाना क्षेत्र के जलौंध गांव में गुरुवार सुबह एक साढ़े तीन वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को दहला दिया। बच्चे का शव गांव में खड़ी एक हुंडई कार के बोनट में फंसा हुआ मिला।
मृतक की पहचान अनुभव कुमार (उम्र साढ़े तीन वर्ष), पिता दीपक मेहता, ग्राम जलौंध निवासी के रूप में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया।
परिजनों के अनुसार बुधवार की शाम दीपक मेहता अपने बेटे को चौक पर सिंघाड़ा खिलाने के बाद घर छोड़ गए थे। थोड़ी देर बाद अनुभव अपनी मां से खेलने जाने की बात कहकर निकला, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा।
रात भर खोजबीन के बाद गुरुवार सुबह पड़ोसी अखिलेश कुमार मेहता की कार के बोनट में बच्चे का शव फंसा मिला। यह दृश्य देखकर परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
ग्रामीणों ने बताया कि यह कार अखिलेश कुमार मेहता, पिता चंदर महतो की है। बताया गया कि बुधवार शाम अखिलेश हजारीबाग से लौटे थे। आशंका है कि लौटते वक्त अनुभव खेलते हुए कार की चपेट में आ गया और बोनट में फंस गया। वहीं, परिजनों का आरोप है कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई हत्या है।
घटना की सूचना पर इचाक पुलिस मौके पर पहुंची, कार जब्त की गई और अखिलेश को हिरासत में लिया गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। उधर, पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।