बरही चौक का हाल बेहाल
बरही : तीन राजमार्गो का संगम स्थल बरही चौक अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। चौक के आस-पास गंदी व कूड़ा करकट का ढेर लगा हुआ है। वही अतिक्रमण ने उसकी सूरत को और भी बदसूरत बना दिया है। जबकि उक्त चौक एशिया में अपना विशेष स्थान रखता है।
हाई मास्ट व स्ट्रीट लाइट बनी शोभा की वस्तु
बरही चौक में 17 अगस्त 2002 को भारत सरकार के तत्कालीन विदेश मंत्री सह सांसद यशवंत सिन्हा ने हाई मास्ट लाइट व स्ट्रीट लाइट का उद्घाटन किया था। वही 27 दिसंबर 2002 को 40 लाख की लागत से बरही चौक के सुंदरीकरण का भी उद्घाटन श्री सिन्हा ने किया था, जो आज उपेक्षा का शिकार है। लोग गोदाम के रूप में उसका उपयोग कर रहे हैं। स्ट्रीट लाइट कुछ ही माह बाद खराब हो गई। वही हाई मास्ट लाइट स्थानीय लोगों के सहयोग से किसी तरह उपयोग में लाई जा रही थी। वही विगत दो माह से ट्रॉसर्फामर जलने से वह भी ठप है।
मुंह चिढ़ाता टै्रफिक बूथ -
बरही चौक पर प्रशासन द्वारा करीब दो साल से चौक पर लगाया गया टै्रफिक बूथ लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। आज तक वह उपयोग में लाया नही गया। पड़ा-पड़ा बर्बाद हो रहा है।
गड्ढे दे रही है दुर्घटना की दावत
बरही चौक के पास गया व पटना रोड पर जगह-जगह बने गड्ढे दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। अब तक दर्जनों सड़क दुर्घटनाएं सिर्फ इन गड्ढों की वजह से हो चुकी हैं।
चौक के पास लगता है स्टैंड
बरही बस स्टैंड की निलामी भले ही झारखंड में सबसे अधिक डाक पर ली जाती है। किन्तु आज तक यह व्यवस्थित ढंग से निर्धारित स्थल पर स्थापित नहीं हो सकी है, जिसके कारण बस व टैक्सी बरही चौक पर खड़े होते हैं। इससे लोगों को फजीहतं का सामना करना पड़ता है।
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