ट्यूनीशिया में फंसे 40 झारखंडी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित स्वदेश लौटे, बचे 8 की जल्द होगी घर वापसी
ट्यूनीशिया में फंसे झारखंड के 48 श्रमिकों में से 40 सुरक्षित वापस आ गए हैं। सोशल मीडिया पर श्रमिकों ने मजदूरी न मिलने की शिकायत की थी। जिसके बाद सरकार ने हस्तक्षेप कर उनके वेतन का भुगतान कराया और वापसी के लिए टिकट उपलब्ध कराए। सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। बचे हुए 8 श्रमिकों की भी जल्द वापसी की उम्मीद है।

40 झारखंडी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित स्वदेश लौटे
संवाद सूत्र, विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। अफ्रीका के ट्यूनीशिया में फंसे झारखंड के विष्णुगढ़, गिरिडीह और बोकारो के 48 प्रवासी श्रमिकों में से 40 श्रमिक सुरक्षित स्वदेश लौट आए हैं। शेष 8 श्रमिकों की वापसी भी जल्द होने की संभावना है।
ज्ञात हो कि श्रमिकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो जारी कर प्रदेश एवं केंद्र सरकार से अपनी सकुशल वापसी की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया था कि पिछले तीन माह से निर्माण एजेंसी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया, जिससे खाने-पीने में भारी परेशानी हो रही थी।
श्रमिकों की इस दयनीय स्थिति को देखते हुए उनके बकाए वेतन का भुगतान कराया गया तथा स्वदेश वापसी के लिए हवाई टिकट भी उपलब्ध कराए गए। प्रवासी श्रमिकों की समस्या उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की थी।
8 श्रमिकों के लिए भी टिकट उपलब्ध
अली के अनुसार, पहली खेप में 31 और दूसरी खेप में 9 श्रमिक वापस लौट आए हैं। बचे हुए 8 श्रमिकों के लिए भी टिकट उपलब्ध करा दिए गए हैं और उनकी जल्द वापसी की उम्मीद है।
स्वदेश लौटने वालों में धनेश्वर महतो, अनंतलाल महतो, गोविन्द महतो, जागेश्वर महतो, जगतपाल महतो, गंगाधर प्रसाद, खीरोधर महतो, कैलाश महतो, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, नीलकंठ महतो, खुबलाल महतो, संतोष महतो, सेवा महतो, नंदलाल महतो, मुरली मंडल, झंडु महतो, गुरुचरण महतो, नागेन्द्र कुमार सहित कुल 40 प्रवासी श्रमिक शामिल हैं।

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