हजारीबाग में गलोरियस स्कूल हॉस्टल से भागे चार बच्चे, 15 किमी पैदल चलकर पहुंचे टाटीझरिया
हजारीबाग के गलोरियस पब्लिक स्कूल के छात्रावास से चार नाबालिग छात्र लापता हो गए। वे 15 किलोमीटर दूर टाटीझरिया तक पैदल पहुंचे। ग्रामीणों से पूछताछ पर पता चला। बच्चे पत्थलडीहा गांव के निवासी हैं। परिजनों ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और जांच की मांग की है। स्कूल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है और मामले की जांच जारी है।

संवाद सूत्र, टाटीझरिया (हजारीबाग)। झुमरा स्थित गलोरियस पब्लिक स्कूल के हॉस्टल से रविवार को चार नाबालिग छात्र अचानक फरार हो गए। ये सभी बच्चे करीब 15 किलोमीटर दूर टाटीझरिया तक पैदल सफर तय कर पहुंचे।
रास्ते में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पूछताछ करने पर बच्चों ने पूरी बात बताई, जिसके बाद मामले की जानकारी परिजनों और प्रशासन तक पहुंची। भागने वाले बच्चों में तीन लड़के और एक लड़की शामिल हैं, जिनकी उम्र 8 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
सभी छात्र हजारीबाग के पत्थलडीहा गांव के निवासी हैं और किसान परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के परिजन घबराहट में टाटीझरिया पहुंचे। बच्चों को सकुशल पाकर उन्होंने राहत की सांस ली।
विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
वहीं, इस घटना ने विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एनएच-522 जैसे व्यस्त और हादसों से भरे मार्ग पर छोटे बच्चों का अकेले पैदल चलना प्रशासनिक और स्कूल प्रबंधन की घोर लापरवाही को दर्शाता है।
इस घटना के बाद हॉस्टल में रह रहे अन्य बच्चों के अभिभावकों में भय का माहौल है। परिजनों ने विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं और स्कूल की निगरानी व्यवस्था की जांच की मांग की है।
विद्यालय प्रबंधन की ओर से फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन भी जांच में जुटा है।
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