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    पर्यटन विकास के लिए जन प्रतिनिधियों ने किया है प्रयास

    जागरण संवाददातागुमला गुमला जिला में दर्शनीय व पूजनीय स्थलों के विकास के लिए यहां के जनप्रति जागरण संवाददातागुमला गुमला जिला में दर्शनीय व पूजनीय स्थलों के विकास के लिए यहां के जनप्रति जागरण संवाददातागुमला गुमला जिला में दर्शनीय व पूजनीय स्थलों के विकास के लिए यहां के जनप्रति जागरण संवाददातागुमला गुमला जिला में दर्शनीय व पूजनीय स्थलों के विकास के लिए यहां के जनप्रति।

    By JagranEdited By: Updated: Sun, 07 Jun 2020 08:51 PM (IST)
    पर्यटन विकास के लिए जन प्रतिनिधियों ने किया है प्रयास

    जागरण संवाददाता,गुमला : गुमला जिला में दर्शनीय व पूजनीय स्थलों के विकास के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों ने लगातार प्रयास करने का काम किया है। इसका कारण यह है कि दर्शनीय और पूजनीय स्थल धर्म संस्कृति और कला का प्रतिनिधित्व करते हैं। गुमला का बाबा टांगीनाथ धाम, आंजन धाम और सीरासिता नाला जहां धार्मिक आस्था से जुड़े हैं वहीं प्रकृति की अनुपम रचनाओं का प्रतिनिधित्व नागफेनी का अंबा घाघ जलप्रपात, बसिया का बाघमुंडा, रायडीह का हीरादह करते हैं। पालकोट में शीतलपुर और मलमलपुर की पहाड़ ऐतिहासिक दंत कथाओं से भरपूर है। घोड़लता का गुफा भी इसी श्रेणी में शामिल हैं। स्थानीय लोगों द्वारा इन स्थलों को पर्यटन स्थलों का दर्जा दिलाने की हुई लगातार मांग से गुमला के जन प्रतिनिधियों का रुझान इन स्थलों के विकास के प्रति दिखता रहा है। बाबा टांगीनाथ धाम का विकास सांसद सुदर्शन भगत के प्रयास का परिणाम माना जाता है। इसी तरह आंजन धाम विकास के लिए सांसद एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी प्रयत्नशील रहे हैं। सीरासीता नाला के विकास के लिए सांसद और विधायक का संयुक्त प्रयास रहा है। मैं जब से राजनीति में कदम रखा तब से आंजन धाम, हीरादह, बाबा टांगीनाथ धाम और अन्य स्थलों के विकास के लिए प्रयास करता रहा हूं। बाबा टांगीनाथ धाम मेरे गृह प्रखंड क्षेत्र से हैं जहां से मेरी आस्था जुड़ी हुई है। यहां पहुंचने के लिए सीढि़यां बनी हुई है। सड़कें बनायी गई है। पेयजल और स्नानागार का निर्माण कराया गया है। बाबा धाम मंदिर को भी नया स्वरूप दिया गया है। सोलर आधारित बिजली बहाल की गई है। इन विकास की समस्त योजनाओं को मैंने अपने विधायक और सांसद मद से राशि उपलब्ध कराने का काम किया है। नदी पर पुल बनवाया गया है। आने जाने के लिए सड़क बनाने की योजना के लिए लगातार सरकार से संपर्क किया गया है। इसी तरह आंजन धाम के विकास के लिए मेरे ओर से कई योजनाओ को स्वीकृति दिलायी गई है। योजना लागू भी हुई है हीरादह में भी पेयजल और विश्रामागार का निर्माण कराया गया है। नागफेनी और बाघमुंडा में भी योजनाएं लागू करायी गई है। नगर के नवरत्न गढ़ को विश्व धरोहर में शामिल कराने का प्रयास करता रहा हूं। मेरा कोशिश गुमला के कई स्थलों को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने की है। केन्द्र सरकार से लगातार पत्राचार किया गया है।

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    सुदर्शन भगत

    सांसद, लोहरदगा संसदीय क्षेत्र पर्यटन स्थल विकास के लिए लगातार उठाता रहा हूं आवाज

    गुमला के पर्यटन केन्द्र हमारे सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन धरोहरों को सजाने और संवारने के लिए मैं आरंभ से ही प्रयास करते आ रहा हूं। नगर के नवरत्न गढ़ को विश्व धरोहर में शामिल कराने के लिए अपने स्तर से प्रयास किया था। इसी तरह नागफेनी में भगवान जगन्नाथ मंदिर और अंबाघाघ में जल संग्रहण के लिए योजना को स्वीकृति दिलाने के लिए स्वीकृति दिलाया था। यहां की संस्कृति की रक्षा के लिए इन स्थलों का विकास होना जरूरी है जिससे सैलानी यहां आसानी से आ सके। विधायक के रूप में और सांसद के रूप में इस दिशा में आरंभ से ही आवाज उठाता रहा हूं। अब इन स्थलों को पर्यटन का दर्जा नहीं मिल जाता तब तक मैं लगातार कोशिश करता रहूंगा।

    समीर उरांव

    राज्य सभा सांसद सरकार से पर्यटन विकास के लिए करुंगा आग्रह

    गुमला जिला में पर्यटन विकास के लिए राज्य सरकार से मैं एक बार फिर आग्रह करुंगा। सीरासिता नाला आदिवासियों के मूल आस्था का केन्द्र हैं वहीं बाबा टांगीनाथ धाम भी हमारे विधान सभा क्षेत्र का धरोहर है। इन स्थलों का विकास काराना हमारा दायित्व है। हम चाहते हैं कि पर्यटन को उद्योग और रोजगार का आधार बनाया जाए। लोगों को काम दिलाया जाए। इसके लिए मेरे मन में कई योजनाएं हैं जिसकी अनुशंसा भी की जाएगी। मेरा उद्देश्य ही जनता का रोजगार दिलाकर बेरोजगारी दूर कराने का है। आय बढ़ाने का है।

    भूषण तिर्की

    विधायक,गुमला विधान सभा क्षेत्र