नागपुरी गीत संगीत के माध्यम से चला रहा है जागरूकता अभियान
संवाद सूत्रगुमला जनजातीय बहुल क्षेत्र के लिए कहा जाता है कि यहां का हर बोल गीत है और संवाद सूत्रगुमला जनजातीय बहुल क्षेत्र के लिए कहा जाता है कि यहां का हर बोल गीत है और ह संवाद सूत्रगुमला जनजातीय बहुल क्षेत्र के लिए कहा जाता है कि यहां का हर बोल गीत है और ह संवाद सूत्रगुमला जनजातीय बहुल क्षेत्र के लिए कहा जाता है कि यहां का हर बोल गीत है और।
संवाद सूत्र,गुमला : जनजातीय बहुल क्षेत्र के लिए कहा जाता है कि यहां का हर बोल गीत है और हर ताल संगीत हैं। यहां के कलाकार समय और मौसम के अनुकूल गीत बनाते हैं और उसे संगीत के साथ लोगों तक पहुंचाने का काम करते हैं। समय के अनुकूल चलने के लिए लोगों को गीत संगीत के माध्यम से प्रेरित करते हैं। ऐसी ही एक कलाकार है रामउचित सिंह। नागपुरी रचना, कला साधना और प्रतिभा इनकी पहचान है। वैश्विक महासंकट के इस काल में रामउचित सिंह ने नागपुरी गीत संगीत से अपने सामाजिक चिता का इजहार करते हुए लोगों में चेतना भरने का काम किया है। उन्होंने कोरोना महासंकट के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए कोरोना से कईसन डर, रहू घर के भीतर, घरी-घरी पीऊ गरम पानी, राखू सावधानी, वायरस नई करी हानि.., चीन में जनम लेले, जगत में पसरले, महामारी कोरोना तोंय, दुनिया के देले कंपवाय.. और पहुंचे अईसन काल, महाभयंकरे., थर-थर कापें तन मोर भैयारे ढुकल रहू आपन-आपन घरे.. गीत के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। इनका यह गीत संगीत इन दिनों व्हाट्सएप में खूब वायरल हो रहा है।
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