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    साधु का वेश धर गुमला पहुंचे यूपी के 3 युवक, पति का संन्यास छुड़ाने का दिया झांसा; तीन लाख के लालच में गिरफ्तार

    गुमला में साधु के वेश बनकर घूमने और ग्रामीणों को विश्वास में लेकर ठगी के मामले में पुलिस ने यूपी के तीन नकली साधु को गिरफ्तार किया है और उसके बाद उसे जेल भेज दिया है। साधुओं ने पुलिस को अपना नाम अरुण योगी मो. फारूक और सफरुद्दीन बताया है। सभी उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं। इन लोगों के पास से कई सामान बरामद किए गए हैं।

    By Jagran NewsEdited By: Shashank ShekharUpdated: Tue, 07 Nov 2023 08:50 PM (IST)
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    साधु का वेश धर गुमला पहुंचे यूपी के 3 युवक, पति का संन्यास छुड़ाने का दिया झांसा

    जागरण संवाददाता, गुमला। गुमला के ग्रामीण इलाके में साधु के वेश बनाकर घूमने और भोले-भाले ग्रामीणों को अपने विश्वास में लेकर ठगी करने के मामले में गुमला के पूसो थाना की पुलिस ने उत्तर प्रदेश के तीन नकली साधु को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है।

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    जेल जाने वाले नकली साधुओं ने अपना नाम अरुण योगी, मो. फारूक और सफरुद्दीन बताया है और ये सभी यूपी के गोंडा जिले के रहने वाले हैं।

    गिरफ्तार नकली साधुओं के पास से ठगी किए गए पांच हजार रुपये, रेडमी कंपनी का एक टच मोबाइल, दो सैमसंग व एक जियो कंपनी का कीपैड मोबाइल और दो सारंगी बरामद किया है। धारा 419, 420, 34 के तहत पांच नवंबर को पूसो थाना में कांड संख्या 35-2023 दर्ज किया गया और तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया।

    क्या है पूरा मामला

    जानकारी के अनुसार, पूसो थाना क्षेत्र के कुलकुपी महुआटोली में तीनों फर्जी साधुओं ने पिछले शनिवार को बंधनु उरांव के घर पहुंचा और उसकी पत्नी चौठी देवी से बात करते हुए कहा कि वह उसके पति का भाई सुकरमान उरांव है और वह संन्यासी जीवन बिता रहे हैं।

    ज्ञात है कि सुकरमान 12 साल से लापता है। नकली साधु ने घर-परिवार के सदस्यों का नाम लेने लगा तब चौठी देवी व परिवार के अन्य सदस्य उसके झांसे में आ गए और विश्वास की नजर से देखने लगे। तब नकली साधु ने कहा कि संन्यासी जीवन से वापस गृहस्त जीवन जीने के लिए उसे दस हजार साधुओं का भंडारा कराना होगा, जिसमें तीन लाख का खर्च आएगा।

    महिला ने पुलिस से की थी शिकायत

    उन्होंने कहा कि पैसा का जुगाड़ हो जाएगा तो संन्यास का जीवन छोड़कर घर आ जाएंगे। परिवार के सदस्यों ने तत्काल दस हजार रुपये दिए और तीन दिन बाद पैसा देने की बात कही।

    ग्रामीणों के बीच एक-दूसरे से संपर्क होने के बाद ठगी का एहसास हुआ तब चौठी देवी ने पूसो थाना में लिखित शिकायत की, जिसके आधार पर तीनों ठग नकली साधु के रूप में गिरफ्तार किए गए।

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