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    गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं : बरखा

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 05 Feb 2018 01:53 AM (IST)

    गुमला : राजकीय उच्च विद्यालय करंजटोली मैदान में रविवार को शिव चर्चा का आयोजन किया गया। इस ...और पढ़ें

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    गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं : बरखा

    गुमला : राजकीय उच्च विद्यालय करंजटोली मैदान में रविवार को शिव चर्चा का आयोजन किया गया। इस मौके पर शिव शिष्य परिवार के अध्यक्ष बरखा ने लोगों से शिव को अपना गुरु बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान अधूरा है और ज्ञान के बिना जीवन। जीवन में सुख शांति व सृमद्धि के लिए पूजा अर्चना का प्रचलन है लेकिन अधूरा ज्ञान हमारे जीवन के लिए घातक हो सकता है। सांसारिक सुख के पूर्ण ज्ञान के लिए गुरु जरूरी है और शिव जगत गुरु है। उन्होंने कहा कि इस संसार का एक-एक व्यक्ति जाति धर्म ¨लग से ऊपर उठकर शिव को अपना गुरु बना सकते हैं। हरींद्रानंद फांउडेशन के सचिव अभिनव आनंद ने कहा कि साधु संतों महर्षियों और शास्त्रों के अनुसार महेश्वर शिव को आदि गुरु कहा है। महेशवर शिव सृष्टि का आदि गुरु हैं। शिव के गुरु स्वरूप को एक-एक व्यक्ति से जोड़ना शिव चर्चा अध्यात्मिक कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि गुरु भक्ति के कारण सांसरिक सुख भोग से इतर भ्राता हरीन्द्रानन्द ने उप समाहर्ता के पद पर रहते हुए 1982 में शिव शिष्य परिवार की परिकल्पना की। वर्ष 1990 में शिव का शिष्य बनने और बनाने के लिए शिव चर्चा कमरे से बाहर शहर से गांव तक आरंभ हो गया। अब इसका विस्तार विदेशों में भी होने लगी है। इस अवसर पर

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    शिव भक्ति पर आधारित भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। रांची लातेहार लोहरदगा, पलामू, जशपुर सिमडेगा आदि स्थानों से आए शिव भक्त कार्यक्रम में शामिल हुए। लातेहार के नुनू मल्हार ने अतिथियों का स्वागत किया। फाउंडेशन के सचिव इन्द्र भूषण, शिव कुमार विश्वकर्मा आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए और शिव गुरु के तीन सूत्रों का अनुपालन करने का लोगों से अनुरोध किया। पूनम ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मंजू पाठक, कलावती देवी, पूनम देवी, सरिता देवी, मीना देची, अंजनी देवी, राजेश राम, उदित नारायण, विशाल कुमार, अंजू देवी, माधुरी सिन्हा, मनीष कुमार, रामसेवक साहु आदि ने सहयोग किया।