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    झारखंड के जंगल में पुलिस और JJMP के बीच मुठभेड़, तीन उग्रवादी ढेर

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:10 AM (IST)

    गुमला के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के जालिम गांव के जंगल में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) और पुलिस बल के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस बलों ने तीन उग्रवादियों को मार गिराया है।एसपी हारिस बिन जमां के नेतृत्व में पुलिस बल ने इलाके को घेर लिया है। सुरक्षा बलों ने जालिम जंगल को चारों ओर से घेरते हुए रास्तों पर आवागमन रोक दिया है।

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    पुलिस और JJMP उग्रवादियों के बीच मुठभेड़। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गुमला। बिशुनपुर थाना क्षेत्र के जालिम गांव जंगल में बुधवार की सुबह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) और जिला पुलिस बल के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।

    इस एनकाउंटर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने तीन उग्रवादियों को ढेर कर दिया, जिनमें दो सब जोनल कमांडर भी शामिल हैं। मारे गए उग्रवादियों की पहचान लालू लोहरा, छोटू उरांव और सुजीत उरांव के रूप में हुई है।

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    लोहरदगा का रहने वाला लालू लोहरा जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर था। उसके पास से पुलिस ने एके-47 बरामद की है। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। इसी तरह छोटू उरांव लातेहार का निवासी और सब जोनल कमांडर था। उस पर भी पांच लाख रुपये का इनाम था।

    तीसरा मारा गया उग्रवादी सुजीत उरांव लोहरदगा का रहने वाला था और संगठन का कैडर था। तीनों लंबे समय से इलाके में सक्रिय थे और कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके थे।

    मुठभेड़ में जेजेएमपी के कुख्यात उग्रवादी बृजेश यादव का दस्ता भी शामिल बताया जा रहा है। जानकारी मिलते ही गुमला एसपी हारिस बिन जमां के नेतृत्व में जिला पुलिस बल और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया। पूरे अभियान की कमान स्वयं एसपी ने संभाली।

    पुलिस ने जालिम जंगल को चारों ओर से सील कर दिया और गांव के रास्तों पर आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया। ग्रामीणों से सतर्क रहने और घर से बाहर न निकलने की अपील की गई है।

    मुठभेड़ की खबर फैलते ही आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। यह दस्ता लंबे समय से इलाके में रंगदारी, हथियारबंदी और अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता आ रहा था।

    उल्लेखनीय है कि यह क्षेत्र पहले भाकपा (माओवादी) का गढ़ रहा है। लेकिन माओवादियों के कमजोर होने के बाद जेजेएमपी ने यहां अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी। दोनों संगठनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई भी लगातार देखी जाती रही है।

    हाल की इस कार्रवाई से जेजेएमपी को बड़ा झटका लगा है और पुलिस ने दावा किया है कि अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरे इलाके से उग्रवाद का खात्मा नहीं हो जाता।