नागपुरी रामायण का लोकार्पण
गुमला : स्थानीय नगर भवन में मंगलवार को साहनी उपेन्द्र पाल सिंह नहन द्वारा रचित श्री रामचरितमानस नहन नागपुरी टीका का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि उपायुक्त राहुल शर्मा, विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त पुनई उरांव, रचनाकार साहनी उपेन्द्र पाल सिंह नहन,प्रकाशक नारायण दास बैरागी, रांची यूनिवर्सिटी में जनजातीय भाषा के विभागध्यक्ष डा.वी पी केसरी, डा.गिरधारी राम गौंझू, अशोक पागल, विश्वनाथ प्रसाद, नईमुद्दीन मिरदाहा, डा.कृष्ण, नगर पंचायत के अध्यक्ष राजू कच्छप, उपाध्यक्ष मुनेश्वर साहु, एस डी ओ अवधेश कुमार पांडेय, मेसो पदाधिकारी जगजीत सिंह, डी एन भादुड़ी आदि ने श्री राम चरित मानस के नहननागपुरी टीका का लोकार्पण किया। समारोह में उपस्थित साहित्य और धर्मप्रेमियों का स्वागत बलदेव शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि बाल्मीकि की संस्कृत रचना को संत तुलसीदास ने हिन्दी में रचना की थी। जिसे गंवई परिवेश में जन्मे साहनी उपेन्द्र पाल सिंह नहन ने नागपुरी भाषा में रचना कर धर्म और साहित्य के क्षेत्र में एक मिसाल पेश किया है। उन्होंने कहा कि गुमला में साहित्य के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मुख्य वक्ता डा.कृष्ण कलाधर ने कहा कि देश में राम राज्य की स्थापना गांधी जी का सपना था जो आज पूरा होता दिखाई पड़ रहा है। इसके लिए रचनाकार, प्रकाशक के साथ साथ उपायुक्त का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस अवसर पर डा.वी पी केसरी, एस डी ओ अवधेश कुमार पांडेय, रंग कर्मी अशोक पागल, डा.गिरधारी राम गौंझू, उपेन्द्र पाल सिंह नहन, प्रकाशक नारायण दास वैरागी आदि ने श्री राम चरित मानस के नागपुरी रचना की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर रामउचित सिंह, महावीर साहु और मनबोध बड़ाईक ने नागपुरी लोक गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डी एन भादुड़ी और मोहित मुक्ति मंजर ने किया। कार्यक्रम में लाल केश्वव नाथ शाहदेव, दिगम्बर ओहदार, विश्वनाथ प्रसाद, शशि प्रिया बंटी, निर्मला सिन्हा, राधेश्याम पाल सिंह, सुदेश सौरभ, पवन कुमार अग्रवाल, डी एन ओहदार, संजीव उर्वशी आदि उपस्थित थे।
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