कृषि विकास को नाबार्ड मुहैया कराएगा ऋण
संस गोड्डा कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में मंगलवार को नाबार्ड की ओर से जिले में कार्यरत
संस, गोड्डा : कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में मंगलवार को नाबार्ड की ओर से जिले में कार्यरत स्वयंसेवी संस्था, पैक्स व बैंक के प्रतिनिधियों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें नाबार्ड द्वारा कृषि एवं गैर कृषि क्षेत्र के विकास को लेकर संचालित की जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक एस ठाकुर, नाबार्ड के डीडीएम निर्मल कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र के जिला समन्वयक डॉ. रविशंकर, आत्मा के उप परियोजना निदेशक राकेश कुमार आदि ने सामूहिक रूप से किया। । कार्यक्रम की शुरुआत में नाबार्ड के डीडीएम निर्मल कुमार ने पावर परजेंटेशन के माध्यम से नाबार्ड द्वारा संचालित कृषि तथा गैर कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए कौशल विकास , स्वरोजगार,प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, उनके द्वारा उत्पादित उत्पाद के मार्केटिग से संबंधित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा नाबार्ड संपोषित बाड़ी, वाटरशेड परियोजना क्षेत्र में लोगों के बैंक वित्त की जरूरत पूरी करने के लिए सस्ती दर पर उपलब्ध स्पेशल पुनर्वित्त सुविधा के बारे में बताया गया। उपस्थित बैंक, पैक्स तथा एनजीओ के प्रतिनिधियों को भारत सरकार द्वारा संचालित कृषि आधारभूत संरचना निधि के बारे में भी बताया गया। कहा कि इस योजना के तहत बिना किसी प्रतिभूति के तीन प्रतिशत के ब्याज पर दो करोड़ रुपये तक के बैंक ऋण कृषि क्षेत्र में पोस्ट हार्वेस्ट संरचना जैसे गोदाम, कोल्ड स्टोरेज, रिपेनिग चैंबर, प्राथमिक प्रसंस्करण, द्वितीय प्रसंस्करण के लिए लिया जा सकता है। इस वित्तीय वर्ष में 500 लाख रुपये का ऋण लक्ष्य बैंकों को दिया गया है। जो बैंक इस योजना में वित्त उपलब्ध कराएगी उसे नाबार्ड से पुनर्वित्त की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उनके द्वारा जिले के किसान, स्वयं सहायता समूह, एफपीओ, कृषि उद्यमियों से इस योजना से लाभ लेने का आह्वान किया गया। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों से नाबार्ड की योजनाओं को जिले के सुदूर क्षेत्र लोगों तक पहुंचाने का अनुरोध किया।