एक दशक से जर्जर सड़क का दंश झेल रहे ग्रामीण
पोडै़याहाट पोडै़याहाट प्रखंड के कारुडीह से तरखुट्टा तक ग्रामीण संपर्क पथ की स्थिति काफ
पोडै़याहाट : पोडै़याहाट प्रखंड के कारुडीह से तरखुट्टा तक ग्रामीण संपर्क पथ की स्थिति काफी जर्जर है। इससे वहां की बड़ी आबादी को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह पथ कई पंचायतों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाला मुख्य संपर्क पथ है। इसके बावजूद 12 वर्षो से यह पथ उपेक्षित पड़ा हुआ है। रोड की कुल लंबाई 14 किलोमीटर है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे और गिट्टी निकली हुई है। लोग अब इस रोड से आना जाना छोड़ दिए हैं। बगल से कच्ची सड़क पर आवागमन होता है। यह ग्रामीण पथ न सिर्फ पोड़ैयाहाट प्रखंड मुख्यालय को जोड़ता है बल्कि बिहार को भी झारखंड से जोड़ता है। एक बड़ी आबादी इस सड़क पर निर्भर है। सब्जी उत्पादन कर बाजार पहुंचाना, बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल आना जाना, रोगियों को डॉक्टर के पास ले जाने में ग्रामीणों को इन दिनों कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। सड़क की हालात बद से बदतर बनी हुई है। इस रास्ते से कोई भी चार पहिया वाहन नहीं चल पाता है।
---------------------------------------------- घटिया निर्माण के कारण दो साल में ही जर्जर हो गई सड़क भोरडीह गांव के राजेंद्र राम ने बताया कि उक्त ग्रामीण पथ वर्ष 2008 - 09 में बना था। रोड घटिया बनाया गया था। निर्माण के दो वर्ष बाद ही जर्जर हो गया। सड़क की हालत इतनी बदतर है कि अब इसपर अलकतरा भी नजर नहीं आता है। आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। दो पहिया वाहन और साइकिल चालक भी स्लिप करते हैं। कई लोग घायल हो चुके हैं। कोई भी चार पहिया वाहन चालक इस रोड में आना नहीं चाहता है। ग्रामीणों का मानना है कि इससे अच्छा तो कच्ची रोड है। इसमें केवल बरसात में ही परेशानी होती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।