Jharkhand News: न्यायिक सेवा परीक्षा में झारखंड से एकमात्र जज बने दीपक कुमार, राज्य में मिली दूसरी रैंक
झारखंड हाई कोर्ट द्वारा आयोजित वरीय न्यायिक सेवा परीक्षा में गोड्डा के दीपक कुमार जिला जज बने। उन्होंने पूरे राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया। दीपक कुमार पोड़ैयाहाट के दिग्घी गांव के निवासी हैं और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी और एलएलएम की डिग्री ली है। उन्होंने कहा कि वंचितों को त्वरित न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी। उनके चयन से परिवार में खुशी का माहौल है।

जागरण संवाददाता, गोड्डा। झारखंड हाई काेर्ट की ओर से आयोजित वरीय न्यायिक सेवा परीक्षा का परिणाम बुधवार को सामने आया है। इसमें पूरे झारखंड से दीपक कुमार का चयन जिला जज के पद के लिए हुआ है। दीपक कुमार को राज्य में दूसरी रैंक मिली है। जिला जज के पद के लिए कुल आठ न्यायिक अधिकारियों का चयन हुआ है। इसमें झारखंड राज्य के एक मात्र जज दीपक कुमार ही बने हैं।
दीपक कुमार गोड्डा के पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के दिग्घी गांव में है, जो दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड में पड़ता है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा दिग्घी मध्य विद्यालय से हुई। बाद में उन्होंने वर्ष 1995 में देवघर हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद 2001 में पटना विश्वविद्यालय से स्नातक और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी और एलएलएम की डिग्री ली।
कालांतर में वर्ष 2011 में दिल्ली कोर्ट में एपीपी बने। बाद में उनका प्रमोशन अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में हुआ। 25 मार्च 2025 को दीपक कुमार ने झारखंड वरीय न्यायिक सेवा परीक्षा में भाग लिया। इसमें 35 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। वहीं साक्षात्कार बीते 31 अगस्त को हुआ जिसमें कुल आठ अभ्यर्थियों का चयन किया गया। उक्त परीक्षा परिणाम में पूरे झारखंड से जिला जज बनने वाले दीपक कुमार एक मात्र अभ्यर्थी रहे।
गोड्डा के डाक बंगला रोड प्रोफेसर कालोनी स्थित उनके स्वजन अनूप जायसवाल ने बताया कि दीपक बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं। सामान्य परिवार से आने वाले दीपक कुमार का झारखंड में जिला जज के रूप में चयन होने से स्वजनों में हर्ष का माहौल है। दीपक कुमार की बहन रूबी जायसवाल सहित अन्य स्वजनों ने इस सफलता के लिए दीपक कुमार को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
वंचितों को त्वरित न्याय दिलाना होगी प्राथमिकता:
जागरण से बातचीत में नवनियुक्त जिला जज दीपक कुमार ने बताया कि वंचितों को त्वरित न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। बताया कि अभी परीक्षा परिणाम निकला है। अगले चरण में झारखंड हाई कोर्ट से नवचयनित जिला जजों का पदस्थापन किया जाएगा। जनता के हक और अधिकार के लिए वे एडिशनल पब्लिक प्रोसक्यूटर के रूप में कार्य कर अनुभव हासिल कर चुके हैं। न्यायिक सेवा में उन्हें अब जो जिम्मेवारी दी जाएगी, उसका पूरी पारदर्शिता के साथ निर्वहण किया जाएगा। न्यायिक प्रक्रिया में कई चुनौतियां हैं, लेकिन ईमानदारी और कार्य कुशलता से इंसान अपने कर्तव्यों को बेहतर निर्वहण कर सकता है। इसके लिए इच्छाशक्ति जरूरी है।
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