गोड्डा, जागरण संवाददाता: जिले के देवदांड थाना क्षेत्र के सुंडमारा गांव के निकट कझिया नदी में महिला की निर्मम हत्या कर लाश को बालू में गाड़ने और सिर व दाहिना हाथ काट कर उसे अलग जगह ठिकाने लगाने के मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है।

एसपी नाथू सिंह मीना ने शनिवार को कांड का खुलासा करते हुए बताया कि बांका का रहने वाला संजय राय नामक युवक ने पहली पत्नी और साली के साथ मिलकर देविका नामक महिला की हत्या की। देविका के साथ संजय ने चार साल पूर्व आंध्रप्रदेश के सिकंदराबाद में प्रेम विवाह कर लिया था।

इस रिश्ते से उनकी पहली पत्नी खफा थी। संजय की पहली पत्नी ने ही अपने सौतन को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई और सुंडमारा स्थित अपनी बहन अर्थात संजय की साली सुमन देवी के घर लाकर संजय, उनकी पहली पत्नी और साली ने मिलकर देविका की निर्मम हत्या की थी।

एसपी ने बताया कि घटना स्थल से संकलित साक्ष्यों, वैज्ञानिक एवं तकनीकी पड़ताल के आधार सुंडमारा के कुछ लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें रोहिता देवी नामक महिला ने स्वीकार किया कि उसने सुंडमारा स्थित अपनी बहन सुमन देवी के घर लाकर होली के बाद अपने पति संजय राय के साथ मिलकर देविका की हत्या की थी।

पुलिस ने दो दोनाें आरोपित महिला राेहिता देवी और सुमन देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, मुख्य आरोपित संजय राय अभी भी फरार है। पुलिस बांका स्थित संजय के घर पर छापेमारी कर रही है।

एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बांका जिले के सुमुखिया पुनर्वास स्थल निवासी संजय राय ने चार साल पहले आंध्रप्रदेश के सिकंदराबाद में नौकरी करते हुए उड़ीसा की रहने वाली युवती देविका कुमारी ने प्रेम विवाह कर लिया था।

इस बात को लेकर संजय की पहली पत्नी रोहिता देवी के साथ उनका झगड़ा होता था। इस साल होली के दौरान रोहिता देवी ने अपनी सौतन देविका को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

देवदांड़ थाना क्षेत्र के सुंडमारा गांव में अपनी बहन सुमन देवी पति संजीत राय के घर देविका को लेकर संजय आया। बीते 12 मार्च को रात नौ बजे सुमन के घर भोजन के बाद वे लोग हटलने के लिए नदी की ओर से निकल गए।

इस दौरान संजय ने लाठी से देविका के सिर पर प्रहार कर उसे मार डाला और साक्ष्य को छुपाने के लिए सिर और हाथ काट कर अलग अलग दिया। सिर कटी लाश काे नदी में गाड़ दिया और सिर और हाथ को पोलीथिन में बंद कर उसे 50 मीटर दूर नदी में ही ही गाड़ दिया।

देविका के हाथ में गोदना था, जिसमें उसका नाम लिखा था। इस कारण हाथ काटा गया था और ब्लैड से उसे कुतर दिया गया था, ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके।

मामले को लेकर सुंडमारा की चौकीदार दरोती सोरेन के फर्दबयान के आधार पर देवदांड़ थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई और कांड के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ आंनद मोहन सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। गठित एसआईटी ने सुंडमारा गांव में सुमन देवी के घर की गतिविधि से पूरे मामले का उद्भेदन किया।

छापेमारी टीम में पुलिस इंस्पेक्टर बिनेश लाल, देवदांड़ थाना प्रभारी राजेंद्र यादव, मुफस्सिल थाना प्रभारी गजेश कुमार, देवदांड़ के एसआई सूरज कुमार, कृष्णा कुमार, मुकेश उपाध्याय, तकनीकी शाखा के महेश कुमार, उषा देवी, निशांत पांडेय, सुरज कुमार आदि शामिल थे।

Edited By: Prateek Jain