राजमहल परियोजना के नए जीएम ने पदभार संभाला
राजमहल परियोजना के नए जीएम ने पदभार संभाला

राजमहल परियोजना के नए जीएम ने पदभार संभाला
जासं, गोड्डा : ईसीएल की राजमहल परियोजना के जीएम डीके नायक का तबादला होने के उपरांत दसवें दिन शुक्रवार को उनके स्थान पर रमेश महापात्रा ने नए जीएम के रूप में पदभार संभाल लिया है। बता दें कि नायक का राजमहल परियोजना क्षेत्र में कार्यकाल सर्वाधिक लंबा रहा है। इनके कार्यकाल में राजमहल परियोजना ने 17 मिलियन टन उत्पादन का सर्वोच्च उपलब्धि भी हासिल की वहां इन्हीं के कार्यकाल में सबसे न्यूनतम उत्पादन का भी रिकार्ड रहा है। राजमहल परियोजना में हुए सबसे बड़े खदान हादसा भी डीके नायक के कार्यकाल में हुआ था। उस वक्त ये परियोजना में महाप्रबंधक परिचालन के पद पर कार्यरत थे। नायक यहां 10.9. 2014 से 16. 4. 2018 तक ललमटिया परियोजना के महाप्रबंधक परिचालन के पद पर रहे वहीं 22.5. 2018 से राजमहल परियोजना के जीएम के पद पर अब तक बने हुए हैं। नायक को ईसीएल मुख्यालय बुला लिया गया है। इससे संबंधित अधिसूचना परियोजना कार्यालय को दस दिन पूर्व ही भेज दी गई थी। परियोजना के नए जीएम रमेश महापात्रा इससे पूर्व ईसीएल के सोनपुर बाजारी क्षेत्र के जीएम थे। राजमहल परियोजना अभी जमीन के संकट से जूझ रही है। यहां नए जीएम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
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