Bihar Election की तपिश झारखंड तक: हेमंत सरकार के दो मंत्री भिड़े, ‘गुंडा’ बनाम ‘कुंडली’ विवाद गरमाया
Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव के बाद झारखंड की राजनीति गरमाई। सांसद निशिकांत दुबे और मंत्री संजय यादव के बीच 'गुंडा' बनाम 'कुंडली' का विवाद बढ़ गया। दुबे ने यादव को 'झारखंड का गुंडा' कहा, तो यादव ने 'कुंडली खोल देने' की धमकी दी। दीपिका पांडेय पर भी आरोप लगे। झामुमो ने इस बयानबाजी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

झारखंड की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, संजय यादव और गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे। (फाइल फोटो)
विधु विनोद, जागरण, गोड्डा। बिहार विधानसभा चुनाव-2025 संपन्न होने के बाद भी झारखंड की सियासत गरमाई हुई है। इंटरनेट मीडिया पर नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। खास बात यह है कि इस बार वही नेता आमने–सामने दिख रहे हैं, जो पहले पारिवारिक रिश्तों का हवाला देते थे।
गोड्डा सांसद डा. निशिकांत दुबे, झारखंड के श्रम मंत्री संजय यादव और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह के बीच राजनीतिक टकराव खुलकर सामने आ गया है। तीनों झारखंड के गोड्डा जिले की राजनीति से जुड़े हैं। गोड्डा से दुबे सांसद हैं तो यादव विधायक। वहीं, दीपिका पांडेय गोड्डा जिले के महागामा विधानसभा सीट से विधायक हैं।
सांसद दुबे ने एक पोस्ट में भागलपुर सांसद अजय मंडल के बयान पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए पारिवारिक रिश्तों का जिक्र किया और संजय यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें 'झारखंड का गुंडा' तक कह दिया।
इस पर मंत्री संजय यादव भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कुर्ता–पैजामा उतरवाने और गोड्डा से खदेड़ने जैसी तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह 'कुंडली खोल देंगे'।
दीपिका पांडेय सिंह पर भी निशाना
बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान झारखंड की हेमंत सरकार के दो मंत्री-श्रम मंत्री संजय यादव ने ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह पर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कठिन परिस्थितियों में उन्होंने दीपिका पांडेय सिंह की मदद की थी, लेकिन कहलगांव सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को खुला समर्थन देकर उन्होंने गठबंधन धर्म नहीं निभाया। इस पर मंत्री दीपिका ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
बिहार चुनाव में झारखंड नेताओं की जोरदार एंट्री
गोड्डा से सटे बिहार के कटोरिया, बांका, धोरैया, कहलगांव और पीरपैंती सीटों पर झारखंड के नेताओं ने जमकर प्रचार किया। झारखंड के श्रम मंत्री संजय यादव अपने पुत्र और राजद प्रत्याशी रजनीश भारती के समर्थन में लगातार कहलगांव में कैंप किए रहे।
कांग्रेस की ओर से प्रवीण सिंह कुशवाहा मैदान में थे, जिनके समर्थन में मंत्री दीपिका पांडेय सिंह सक्रिय रहीं। राज्य की हेमंत सरकार के दोनों मंत्री एक-दूसरे की पार्टी के खिलाफ प्रचार करते रहे। हालांकि चुनाव परिणाम में कहलगांव सीट पर राजद को जदयू के शुभानंद मुकेश से करारी हार का सामना करना पड़ा। इससे श्रम मंत्री की प्रतिष्ठा पर असर पड़ा।
वहीं, सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहलगांव, पीरपैंती, भागलपुर, बिहपुर और नाथनगर सहित कई सीटों पर NDA प्रत्याशियों के लिए जोरदार प्रचार किया और अधिकांश सीटें एनडीए के खाते में गईं।
झामुमो की तीखी प्रतिक्रिया
सांसद और मंत्रियों के बीच बढ़ती बयानबाजी को लेकर झारखंड में सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। श्रम मंत्री संजय यादव पर झामुमो ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आने वाले दिनों में यह विवाद क्या रूप लेगा, यह देखने वाली बात होगी।

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