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    नाइजर में अगवा गिरिडीह के मजदूरों का आठ महीने बाद भी नहीं मिला सुराग

    By Bk Das Edited By: Mritunjay Pathak
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 02:20 PM (IST)

    नाइजर में अपहृत गिरिडीह के प्रवासी मजदूरों का आठ माह बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। झारखंड के गिरिडीह जिले के ये मजदूर नाइजर में अगवा कर लिए गए थे, जि ...और पढ़ें

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    नाइजर में अपह्रत मजदूर के स्वजन अपनों के इंतजार में।

    जागरण संवाददाता, बगोदर / गिरिडीह। अफ्रीका के नाइजर में अपहृत बगोदर प्रखंड के दोंदलो व मुंडरो के प्रवासी मजदूरों आठ माह बीत जाने के बाद भी अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। अपहृत मजदूरों के स्वजन को दिनरात उनकी चिंता सताती रहती है। साथ ही दिन रात फोन का इंतजार करते रहते हैं कि कब घंटी बजे और शुभ समाचार मिले।

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    दैनिक जागरण ने अपहृत मजदूरों के घर पहुंचकर उनके स्वजन से पीड़ा को सुना। इन मजदूरों के स्वजन को सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं मिली है। साथ ही कंपनी भी इन मजदूरों के घर पिछले पांच माह से सैलरी नहीं भेज रही है।

    इस कारण घर में काफी परेशानी हो रही है। कंपनी की ओर से अपहरण के बाद एक ही बार तीन माह में मजदूरों की सैलरी उनके स्वजन को भेजी गई है। दोंदलो के अपहृत मजदूर संजय महतो की मां शांति देवी की आंखों में पुत्र की याद में आंसू भर आया। उसने कहा कि बेटे की याद में रात भर नींद भी नहीं आती है।

    संजय की पत्नी सोनी देवी ने बताया कि कंपनी की तरफ से कुछ भी नहीं बताया जा रहा है। बताया जाता है कि बातचीत हो रही है। इस बात को सुनते हुए पूरा आठ माह बीत गया है। कंपनी की ओर से सिर्फ एक बार पैसा भेजा गया है। इसके बाद पांच माह से पैसा नहीं भेजा है।

    उसके घर में तीन छोटे-छोटे बच्चे, बूढ़ा मां बाप है। बच्चे पूछते हैं कि पापा कब आएंगे। अपहृत मजदूर फलजीत महतो की पत्नी रूपा देवी ने बताया कि अपहरण होने के आठ माह बीत गया है, मगर कंपनी की ओर से सिर्फ एक बार पैसा भेजा गया है।

    कंपनी की तरफ से न पैसा भेजा जा रहा है और न ही सरकार की तरफ से कुछ आर्थिक सहायता मिल रही है। इस कारण बच्चों की पढाई लिखाई में काफी परेशानी हो रही है।मेरा पति घर का इकलौता कमाऊ सदस्य हैं। मजदूर राजू महतो की पत्नी ने बताया कि कंपनी की तरफ से पिछले पांच माह पैसा नहीं भेज रहा है। न ही कंपनी की तरफ से आर्थिक सहायता दी जा रही है।

    बताते चलें कि 25 अप्रैल 2025 को बगोदर प्रखंड के दोंदलो के संजय महतो,फलजीत महतो,राजु महतो,चन्द्रिका महतो व मुंडरो के उतम महतो को अफ्रीका के नाइजर में हथियारबंद अपराधियों ने अपहरण कर लिया। ये सभी मजदूर कल्पतरू कंपनी में टावर लाइन में काम करने घर से जनवरी 2024 को नाइजर गए थे।

    इस मामले में अपहृत मजदूरों स्वजन केन्द्रीय मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी, बगोदर विधायक नागेंद्र महतो, मांडु विधायक निर्मल महतो, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, पूर्व विधायक विनोद सिंह, गिरिडीह उपायुक्त से फरियाद कर चुके हैं। मगर मजदूरों की अब तक रिहाई नहीं हो सकी है। बिहार के भाकपा माले के सांसद सुदामा प्रसाद ने लोकसभा में भी मामला को उठाया है।