रेड क्रॉस के मदन सभापति व राकेश बने सचिव
गिरिडीह : रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों के चयन को लेकर रविवार को सोसाइटी भवन ...और पढ़ें

गिरिडीह : रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों के चयन को लेकर रविवार को सोसाइटी भवन में दिनभर गहमागहमी रही। चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मुख्य चुनाव पदाधिकारी सह कार्यपालक दंडाधिकारी सुकेश्नी करकेट्टा ने निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा की। उनके मुताबिक अध्यक्ष के रूप में मदनलाल विश्वकर्मा का चयन किया गया, जबकि सचिव के रूप में नगर परिषद के उपाध्यक्ष राकेश कुमार मोदी चयनित किए गए। इसके साथ ही उप सभापति डॉ. तारक नाथ देव, सह सचिव संजय कुमार भुदोलिया एवं कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार खेतान के नामों की घोषणा की गई। सभी के खिलाफ किसी ने नामांकन प्रपत्र नहीं भरा था, इसलिए सभी को निर्विरोध चुने जाने की घोषणा मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने की। इनके साथ ही कार्यकारिणी में सुबोघ प्रकाश, सुजीत कपिस्वे, दिनेश कुमार जालान, चरणजीत ¨सह सालूजा एवं मोहम्मद मुस्तकीम उद्दीन को सदस्य के रूप में शामिल किया। इसमें 232 सदस्यों में 186 सदस्यों ने मतदान किया। सभी ने पहले दस कार्यकारिणी सदस्यों के लिए गुप्त मतदान किया। इसमें 9 से लेकर 19 मत पाने वालों ने पदाधिकारियों का चयन किया। चुनाव संपन्न कराने में अनुमंडल कार्यालय के लेखा लिपिक अशोक कुमार समेत मोहम्मद रसीद आलम, खूबलाल मांझी, रंजीत कुमार वर्मा एवं भोला प्रसाद ने अहम भूमिका निभाई। बतौर दंडाधिकारी भवन प्रमंडल के कनीय अभियंता प्रकाश ¨सह प्रतिनियुक्त थे।
सोसाइटी के चुनाव में राकेश का गुट हावी :
रेड क्रॉस सोसाइटी के चुनाव में जमकर गुटबाजी हुई। इसमें निर्वतमान सचिव सुबोध प्रकाश के गुट पर राकेश मोदी का गुट हावी रहा। यही वजह रही कि सुबोध प्रकाश ने स्वत: सचिव पद के लिए राकेश मोदी के नाम का प्रस्ताव मुख्य चुनाव अधिकारी के सामने रखते हुए कहा कि नामांकन एवं चुनाव कराने से बेहतर है कि आम सहमति से ही अन्य पदाधिकारियों का चयन कर लिया जाए। वहीं डॉ. तारक नाथ देव इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए चुनाव कराने पर अड़ गए। इसके बाद चुनाव अधिकारी ने नामांकन की प्रक्रिया आरंभ कराई। उपाध्यक्ष पद के चरणजीत सालूजा ने नामांकन प्रपत्र तो भरा लेकिन फिर उन्होंने नाम वापस ले लिया। इस क्रम में सुबोध प्रकाश काफी तनाव में दिखे। यही वजह रही कि उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रपत्र भरना तो चाहा, लेकिन स्थिति को देखते हुए अपना निर्णय बदल लिया।
एक ऐसे प्रत्याशी जिन्हें एक भी वोट नहीं मिला :
वैसे तो किसी भी चुनाव में लोग मत लेने के लिए खड़े होते हैं, लेकिन अगर किसी को एक भी वोट नहीं मिले, तो वह अचंभित करने वाली स्थिति हो जाती है। रेड क्रॉस सोसाइटी के चुनाव में निलमणि मुखर्जी ऐसे उम्मीदवार है, जिन्हें एक भी वोट नसीब नहीं हुआ। लगता है स्थिति को देखते हुए उन्होंने अपना वोट भी स्वयं को नहीं दिया।
--------------
अभ्यर्थी - मिले मत
सुबोध प्रकाश - 19
राकेश कुमार मोदी - 19
सुजीत कपिस्वे - 16
मदन लाल विश्वकर्मा - 14
विवेश कुमार जलान - 13
संजय कुमार भुदोलिया - 13
चरण जीत ¨सह सालूजा - 12
दिनेश कुमार खेतान - 11
मोहम्मद मुस्तकीम उद्दीन - 10
डॉ. तारक नाथ देव - 9
अर¨वद कुमार - 8
डॉ. मोहम्मद आजाद - 8
प्रबीर हाजरा - 8
विश्वनास्थ स्वर्णकार - 7
संजीत वर्णवाल - 5
राजेश कुमार ¨सह - 4
श्रीसेंदु सेन गुप्ता - 4
अशोक कुमार गुप्ता - 3
राजकुमार ¨सह - 2
दशरथ प्रसाद शर्मा - 1
निलमणी मुखर्जी - 0

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।