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    Jharkhand Weather Today: झारखंड में मूसलाधार बारिश और तूफान का डबल अटैक; 10 जिलों में बढ़ेंगी मुश्किलें

    Updated: Thu, 20 Mar 2025 07:43 AM (IST)

    Jharkhand Weather झारखंड में आज से तेज आंधी और बारिश लोगों को परेशान कर सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक कई जिलों में मौसम बिगड़ सकता है। लोगों और किसानों से इस दौरान अलर्ट रहने को कहा गया है। वहीं मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है। फसल को नुकसान पहुंच सकता है।

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    झारखंड में आज से तेज आंधी और बारिश (जागरण)

    जागरण संवाददाता, गिरिडीह/धनबाद। Jharkhand Weather News: झारखंड में आज से मौसम का रौद्र रूप देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक कई जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी दी गई है। लोगों और किसानों से इस दौरान अलर्ट रहने को कहा गया है।

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    इन 10 जिलों में दिखेगा असर

    गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर, गढ़वा, चतरा, पलामू, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में कई जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से तूफान के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं शुक्रवार को ओलावृष्टि होने की भी ज्यादा संभावना है। इसकी जानकारी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. मधुकर कुमार ने दैनिक जागरण को दी।

    मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि मौसम के करवट लेने व बारिश समेत ओलावृष्टि होने व तेज हवा चलने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है। इसके तहत गुरुवार सुबह से ही बादल छाने व रूक-रूक कर बारिश होने की प्रबल संभावना है।

    गुरुवार को 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। शुक्रवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि होने का अनुमान लगाया गया है तथा हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी।

    फसल को पहुंच सकता है नुकसान

    बताया कि तेज हवा के झोंका के साथ बारिश व ओलावृष्टि होने से खलिहान में रखे गए गेहूं व अन्य फसलों के अलावा आम के मंजर व टिकोला समेत खेतों में लगी सब्जियों के पौधों को नुकसान होगा। ऐसे में किसानों को सलाह देते हुए कहा कि खलिहान से फसलों को अंदर कर लें ताकि नुकसान ना हो।

    वहीं, खेत में लगी सब्जी के फसल को संभव हो तो ढंक दें ताकि ओलावृष्टि का असर पौधों पर ना पड़े। वैसे यह भी सलाह दिया गया है कि मोसम सामान्य होने के बाद दो ग्राम यूरिया को एक लीटर पानी में घोलकर आम पेड़ के अलावा सब्जी वाले खेतों में छिड़काव करने से क्षतिपूर्ति हो जाएगी। वैसे 23 मार्च से मौसम सामान्य होने की पूरी उम्मीद जताई गई है।