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    JMM Foundation Day: कल्पना सोरेन के पॉलिटिकल करियर की आज होगी शुरुआत, फाउंडेशन डे को भव्य बनाने में जुटा JMM

    By Deepak Kumar Pandey Edited By: Shoyeb Ahmed
    Updated: Mon, 04 Mar 2024 06:00 AM (IST)

    सोमवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा का 51वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जाएगा और झामुमो के लिए इस बार का आयोजन कई मायनों में अलग है। इस समारोह में पार्टी के मुखिया शिबू सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में मौजूद नहीं होंगे। इसी आयोजन में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन अपने राजनीतिक जीवन शुरू करेंगी।

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    हेंमत सोरेन की पत्नी कल्पना आज करेंगी अपने भव्य राजनीतिक जीवन की शुरूआत

    दीपक कुमार पाण्डेय, गिरिडीह। JMM 51st Foundation Day: झारखंड मुक्ति मोर्चा का 51वां स्थापना दिवस समारोह सोमवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में मनाया जाएगा। झामुमो के लिए इस बार का आयोजन कई मायनों में अलग है।

    कोरोना काल को छोड़, यह पहला ऐसा कार्यक्रम है, जब पार्टी के मुखिया शिबू सोरेन या पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemnat Soren) इस समारोह में मौजूद नहीं होंगे, लेकिन खास यह है कि इसी आयोजन से हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन (Kalpana Murmu Soren) अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करेंगी।

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    एक्स पर की घोषणा

    रविवार को अपने जन्मदिन के अवसर पर कल्पना ने हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल पर खुद इसकी घोषणा की। इस संबंध में रविवार को अपने ससुर शिबू सोरेन और सास रूपी सोरेन से आशीर्वाद लेते हुए कल्पना ने एक्स हैंडल पर पोस्ट की।

    पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आज अपने जन्मदिन और कल गिरिडीह में झामुमो के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने से पहले आज झारखंड राज्य के निर्माता और झामुमो के माननीय अध्यक्ष आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी और मां से आशीर्वाद लिया। आज ही सुबह हेमंत जी से भी मुलाकात की।

    पिता के बारे में ये लिखा

    कल्पना ने लिखा है कि मेरे पिता भारतीय सेना में थे। वह सेना से रिटायर हो चुके हैं। पिताजी ने सेना में रहकर देश के दुश्मनों का डटकर सामना किया। बचपन से ही उन्होंने मुझमें बिना डरे सच के लिए संघर्ष करना और लड़ना भी सिखाया। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि झारखंडवासियों और झामुमो परिवार के असंख्य कर्मठ कार्यकर्ताओं की मांग पर कल से मैं सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कर रही हूं।

    उन्होंने आगे लिखा कि जब तक हेमंत जी हम सभी के बीच नहीं आ जाते, तब तक मैं उनकी आवाज बनकर आप सभी के बीच उनके विचारों को आपसे साझा करती रहूंगी, आपकी सेवा करती रहूंगी। विश्वास है, जैसा स्नेह और आशीर्वाद आपने अपने बेटे और भाई हेमंत जी को दिया है, वैसा ही स्नेह और आशीर्वाद, मुझे यानी हेमंत जी की जीवन संगिनी को भी देंगे।

    सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक में ले चुकी हैं हिस्सा

    गौरतलब है कि हेमंत सोरेन के त्यागपत्र देने से पूर्व कल्पना मुर्मू सोरेन 30 जनवरी को सत्ता पक्ष के विधायकों और हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल के साथ मुख्यमंत्री आवास में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन की मौजूदगी में आयोजित बैठक में हिस्सा ले चुकी हैं।

    वहीं हेमंत को जेल भेजे जाने के बाद कल्पना एक्स पर लगातार सक्रिय हैं और हेमंत सोरेन के साथ साजिश का आरोप लगाती रही हैं। झामुमो भी इस बार गिरिडीह में आयोजित स्थापना दिवस समारोह को आक्रोश दिवस के रूप में मनाने की तैयारी में है।

    पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से निकाली जा रही न्याय यात्रा

    समारोह के आयोजन से पूर्व पिछले लगभग 15 दिनों से गांव-गांव में झामुमो कार्यकर्ताओं की ओर से न्याय यात्रा निकाली जा रही है। सोमवार को झंडा मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम से न सिर्फ कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की तैयारी है, बल्कि हेमंत सोरेन की गैर मौजूदगी में कल्पना को पार्टी सुप्रीमो के रूप में स्थापित करने की भी योजना है।

    बता दें कि इससे पहले साल 2023 के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर को गांडेय के तत्कालीन विधायक सरफराज अहमद ने सरकार की स्थिरता और मजबूती का हवाला देते हुए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उसे समय भी आपात स्थिति में कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाकर गांडेय से चुनाव लड़ाने की बाद भाजपा के विधायक-सांसद कह रहे थे।

    हालांकि बाद में 30 जनवरी को सत्ता पक्ष की बैठक में कल्पना मुर्मू सोरेन के नाम पर कुछ विधायकों की असहमति की वजह से चम्पाई सोरेन को सत्ता पक्ष के विधायक दल का नेता और मुख्यमंत्री चुना गया।

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    गिरिडीह के विधायक ने ये कहा

    गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड आंदोलन की धरती गिरिडीह में कल्पना सोरेन का स्वागत है। आज से 51 वर्ष पूर्व ढिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड की राजनीति में जो मशाल जलाई थी, कल्पना के नेतृत्व में अब उसकी रोशनी दूर तक फैलेगी। सोमवार का दिन सिर्फ गिरिडीह ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए खास होगा।

    गांडेय के पूर्व विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि मैंने अपनी सीट सिर्फ कल्पना सोरेन के लिए ही खाली की। निश्चित रूप से गिरिडीह उनकी कर्मभूमि होगी। कल्पना का गिरिडीह में स्वागत है। उनके यहां आने की सूचना से पार्टी का हर एक कार्यकर्ता उत्साहित है। उनके नेतृत्व में हम पार्टी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।

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