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    मदसरे में छात्रा के फांसी लगाने से खलबली, आखिरी बार सहेली से मिलाया था हाथ

    Giridih Crime News गिरिडीह के गावां थाना क्षेत्र की पिहरा पूर्वी पंचायत के घाघरा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां संचालित छात्राओं के लिए मदरसा जामियां इस्लामियां दारूल फलाम लिलबनात में एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली है। घटना मंगलवार की रात लगभग साढ़े सात बजे की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

    By Sandip Barnwal Edited By: Arijita Sen Updated: Thu, 08 Feb 2024 03:57 PM (IST)
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    घटना के संबंध में छात्राओं से की जा रही पूछताछ।

    संवाद सहयोगी, गावां (गिरिडीह)। गावां थाना क्षेत्र की पिहरा पूर्वी पंचायत के घाघरा में संचालित छात्राओं के लिए मदरसा जामियां इस्लामियां दारूल फलाम लिलबनात में अध्ययनरत एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उक्त मदरसे के हाॅस्टल में छात्राएं रहकर मजहबी शिक्षा प्राप्त करती हैं।

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    बाथरूम में छात्रा ने कर ली खुदकुशी

    मंगलवार की रात लगभग साढ़े सात बजे वह टाॅयलेट की बात कहकर निकली और अंदर से दरवाजा बंद कर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्रा कोडरमा जिले के जानपुर निवासी 15 वर्षीय सलीना परवीन थी। वह कक्षा नवम में पढ़ती थी।

    स्वजनों ने प्रधानाध्यापक को बनाया बंधक

    छात्रा के शव को लेकर मदरसे के प्रधानाध्यापक मुफ्ती गुलाम रसूल, शिक्षक व समिति के लोग देर रात कोडरमा के जानपुर गांव पहुंचे। पुत्री का शव को देखते ही स्वजन दहाड़ मारकर रोने लगे।

    आक्रोशित स्वजन ने शव को लेकर गए मदरसा के प्रधानाध्यापक समेत सभी को बंधक बनाकर डोमचांच थाना पुलिस को सूचना दी। बाद में सूचना पर बुधवार को गावां थाना पुलिस मदरसे में पहुंची व हाॅस्टल में रह रहीं छात्राओं व आसपास के लोगों से घटना के संबंध में जानकारी ली।

    घटना की जांच करने हॉस्‍टल पहुंची पुलिस। 

    पांच वर्षों से संचालित है मदरसा

    उक्त मदरसा सह छात्रावास लगभग पांच वर्षों से चल रहा है। यहां स्थानीय छात्राओं के अलावा गिरिडीह, कोडरमा, हजारीबाग, पटना समेत कई जिलों की छात्राओं का भी नामांकन लिया गया है। निर्धारित शुल्क देकर सभी पढ़ाई करती हैं।

    स्थानीय छात्राएं कक्षा के बाद अपने घर चली जाती हैं, लेकिन अन्य जिलों की लगभग 60 से 70 की संख्या में मदरसे के हाॅस्टल में रहती हैं। पूर्व में उक्त मदरसे का संचालन मुख्य पथ में स्थित एक घर में किया जाता था। एक वर्ष पूर्व उसे सड़क से दूर मुहल्ले में ले जाया गया है।

    विद्यालय में प्रधानाध्यापक के अलावा पांच-छह की संख्या में पुरुष शिक्षक पदस्थापित हैं। एक महिला वहां भोजन बनाती है। वह रात में अपने घर चली जाती है। आसपास के लोगों ने कहा कि रात में केवल प्रधानाध्यापक की पत्नी वहां रहती है।

    डरी-सहमी हैं छात्राएं

    बुधवार को सुबह सभी छात्राएं डरी-सहमी थीं। छात्राओं ने कहा कि मंगलवार की रात कक्षा संचालन के क्रम में टायलेट जाने की बात कहकर वह निकली थी। काफी देर तक नहीं लौटने पर जब कुछ छात्राएं वहां गई तो दरवाजा बंद था।

    दरवाजे को धक्का देकर खोलने के बाद फंदे में झुलता शव पाया गया। हास्टल में रह रही छात्राओं ने कहा कि जाने से पहले अपनी एक सहेली तमन्ना से हाथ भी मिलाई।

    घटना के संबंध में और जानकारी देने से छात्राओं ने इन्कार कर दिया। उक्त घटना के बाद पूर्व मुखिया मो. शब्दर अली, अंजूमन के सदर आलीम अंसारी समेत दर्जनों की संख्या में लोग वहां पहुंचकर दु:ख व्यक्त करते हुए घटना के जांच की मांग की।

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