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    स्मार्ट मीटर या स्मार्ट लूट? दो बल्ब एक पंखा चलने से बिल निकला डेढ़ लाख रुपए से ज्यादा

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 06:58 PM (IST)

    गिरिडीह में स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिजली बिल मिल रहे हैं। हुट्टी बाजार में एक परिवार को 1.52 लाख रुपये का बिल मिला जिससे लोग परेशान हैं। विभाग का कहना है कि तकनीकी समस्या के कारण ऐसा हुआ है और बिलों को सुधारा जा रहा है। लोगों ने बिल में सुधार की मांग की है।

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    दो एलईडी बल्ब व एक पंखा चलने पर बिल आया 1.52 लाख रुपए। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, गिरिडीह। अनाप-शनाप बिजली बिल की समस्या से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के मकसद से विभाग एक ओर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पूरी कर रहा है, तो दूसरी ओर इसी स्मार्ट मीटर से निकला बिल उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।

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    इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला है। शहरी क्षेत्र के हुट्टी बाजार में एक गरीब परिवार के हाथ में अचानक 1.52 लाख रुपये का बिजली बिल थमा दिया, जिसे देख वह परेशान हो गई।

    हुट्टी बाजार की रहने वाली आफरीन खातून ने बताया कि उनकी सास नूरजहां खातून के नाम से दो माह पहले स्मार्ट मीटर लगाया गया था। घर में एक कमरा है, जिसमें दो एलईडी बल्ब व एक पंखा लगा है। इसके बावजूद दो माह में स्मार्ट मीटर से 1.52 लाख रुपये का बिजली बिल आना समझ से परे लग रहा है।

    ऐसे कई उदाहरण हैं जिनके घरों में एक-दो बल्ब और एक पंखा चलता है, फिर भी उन्हें लाख से डेढ़ लाख का बिल थमाया जा रहा है, जो स्मार्ट मीटर की पारदर्शिता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।

    बरवाडीह, मोहनुपर, बिशनपुर, हुट्टी बाजार, कोलडीहा समेत अन्य मोहल्लों के कई घरों में एक अनाप-शनाप बिल आने से लोग हैरान हैं। लोगों ने कहा कि रोज कमाकर गुजारा करते हैं।

    ऐसे में इस प्रकार का बिल आना अचंभित कर रहा है, जिसका भुगतान करना संभव नहीं है। पीड़िताें ने विद्युत विभाग से इस प्रकार की बिल की जांच करते हुए इसमें सुधार की मांग किया है, ताकि परेशानी से राहत मिल सके।

    इस संबंध में विभाग के कनीय अभियंता अमित कुमार ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने के वक्त पुरानी रीडिंग को भी कैच कर लिया है। प्वाइंट को रीड नहीं कर पाने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है।

    इससे उपभोक्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है। यह तकनीकि समस्या के कारण हुआ है। बहुत लोगों का बिल सुधारा गया है और अन्य लोगों का सुधारा जा रहा है।

    इसकी शिकायत पीड़ित विभाग में कर सकते हैं। उसमें विभाग की ओर से सुधार कर दिया जाएगा। वैसे भी दो सौ यूनिट तक फ्री है तो संभवत: उनके घरों में बिल नहीं ही आएगा जो दो-तीन बल्ब व पंखे का इस्तेमाल करते हैं।