Girdih: बिरनी के 3 गांवों में हाथी का आतंक, घरों और फसलों को पहुंचाया नुकसान; रातभर डर के साये में रहे ग्रामीण
झारखंड में हाथियों के झुंड से बिछड़े एक हाथी ने बिरनी के बेहराबाद बाराटांड़ बंगराकला गांव में बुधवार रात्रि को खूब उत्पात मचाया। इस दौरान हाथी ने घर समेत स्कूल आंगनबाड़ी की चारदीवारी को निशाना बनाय। एक घर से बच्चे समेत स्वजन किसी तरह जान बचार निकले।
HighLights
- बिरनी में हाथी ने जमकर उत्पात मचाया जिसके तहत घर और फसलों भारी मात्रा में नष्ट कर दिया।
- तीन गांव के लोग रातभर डर के साये में रहे। इसके बा अलाव जलाकर भगाया गया
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। झारखंड में हाथियों के झुंड से बिछड़े एक हाथी ने बिरनी के बेहराबाद , बाराटांड़, बंगराकला गांव में बुधवार रात्रि को खूब उत्पात मचाया।
इस दौरान हाथी ने घर समेत स्कूल, आंगनबाड़ी की चारदीवारी को निशाना बनाय। एक घर से बच्चे समेत स्वजन किसी तरह जान बचार निकले।
6 घर और फसल की नष्ट
बेहराबाद के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के 6 दरवाजों को तोड़ दिया। उसके बाद मुस्तकीम अंसारी की दस कट्ठा में लगी जेठूवा फसल, भिंडी, टमाटर ,कद्दू, झिंगी आदि को नष्ट कर दिया।
इसके बाद बाराटांड़ हाथी पहुंचा। घर के अंदर राजदेव दास व उनकी पत्नी मुनियां देवी अपने तीन छोटे- छोटे पुत्र के साथ सो रही थी।
हाथी ने घर के पीछे से दीवार तोड़ दी। सो रहे गृहस्वामी व अन्य किसी तरह जान बचाए। दीवार की ईंटें गिरते ही सभी लोग उठ गए और आगे के दरवाजे को खोल किसी तरह भाग निकले। हल्ला करके ग्रामीणों को जगाया।
अलाव जलाकर हाथी को भगाया
ग्रामीण एकजुट हुए, तब तक मतवाले हाथी ने पूरे घर को ध्वस्त कर दिया था। ग्रामीण ने अलाव जला उसे वहां से भगाया । जाते- जाते हाथी ने आंगनबाड़ी केंद्र का दरवाजा व मेघनाथ यादव , बासुदेव यादव की चारदीवारी को ध्वस्त कर दिया।
बाराटांड़ से निकल कर बंगराकला में प्रवेश किया। गांव के बाहर ही वहां पर नारायण राणा के खेत मे लगी मकई को नष्ट कर दिया।
ग्रामीण ने धर्यपूर्वक अलाव से बचाव करते हाथी को गांव में प्रवेश नहीं होने दिया। बंगराकला से निकल लेवरा , दलांगी , पन्दनाकला होते रजमनियां जंगल में हाथी प्रवेश कर गया।
कितना हुआ नुकसान
इस घटना में स्कूल में करीब 50 हजार रुपए की लागत के दरवाजे का नुकसान हुआ। बाराटांड़ में राजदेव दास का घर ध्वस्त होने से पूरे स्वजन गृहविहीन हो गए। घर के अंदर करीब 50 किलो चावल , दो किलो दाल, आलू दस किलो आदि समान को नष्ट कर दिया गया।
गृहस्वामी राजदेव दास ने बताया कि दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। प्रतिदिन काम कर आते है,तब घर में चूल्हा जलता है। वन विभाग के वन उप परिसर पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि काफी नुकसान हाथी ने किया है। गृहस्वामी विभाग को आवेदन दें। विभाग मुआवजा दिलवाएगा।