डुमरी में पुल उड़ाने की प्राथमिकी दर्ज
नक्सली कमांडर प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी से खार खाए उग्रवादियों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए पुल पुलिया को विस्फोट लगाकर उड़ाने लगा है। बराकर नदी में बने पुल को विस्फोट कर उड़ाने के मामले में डुमरी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जागरण संवाददाता, गिरिडीह। एक करोड़ के भाकपा माओवादी के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी से खार खाए नक्सलियों ने फिर से धमाके कर पुलिस को चुनौती देनी शुरू कर दी है। इधर, घटना के बाद से नक्सलियों को दबोचने के लिए जिला पुलिस, सीआरपीएफ और आइआरबी की टीम जंगल-जंगल खाक छान रही है। इन सब के बावजूद भी नक्सलियों के खिलाफ कोई सफलता हाथ नहीं लग रही है। पुलिस की संयुक्त टीम जंगलों और पहाड़ों के बीच नक्सलियों की टोह में जुटी है। हालांकि, नक्सली भी हर एक नई तरकीब अजमाने में लगा हुआ है। वे पुलिस के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देने की नीयत से रह रहकर अपना ठिकाना बदल रहा है।
इनामी कृष्णा समेत दो दर्जन से अधिक पर प्राथमिकी : डुमरी और मुफस्सिल थाना इलाका के सीमावर्ती इलाका बराकर नदी पर बने पुल को विस्फोट कर उड़ाने के मामले में डुमरी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा समेत दर्जन भर नामजद और दर्जन भर से अधिक अज्ञात भाकपा माओवादी शामिल हैं। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से छापेमारी अभियान को तेज कर दिया है।
अंतत: विस्फोट स्थल डुमरी में चिह्नित : डुमरी और मुफस्सिल थाने क्षेत्र की सीमा पर बराकर नदी पर बने पुल को ब्लास्ट करने का मामला सीमा विवाद के पेंच में फंसा रहा। दोनों थाने की पुलिस एक-दूसरे के पाले में अपराध की इस घटना वाली गेंद को फेंकते रहे। इसी वजह से घटना के कई घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची थी। अंतत: पुल के जिस पीलर के पास विस्फोट किया गया था। वह डुमरी के अंतर्गत आया और सोमवार की देर शाम को पुल ब्लास्ट मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई।
कृष्णा के नेतृत्व में सक्रिय दो दस्ता : पारसनाथ जोन में फिलहाल पूरी तरह से सक्रिय रहकर नक्सली वारदातों को अंजाम देने में कृष्णा दस्ता का हाथ रहा है। कृष्णा 15 लाख रुपये का इनामी नक्सली है और पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश है। कृष्णा का दस्ता दो भाग में बंटकर नक्सली वारदातों को अंजाम देने में पूरी तरह से सक्रिय है।
यहां उड़ाया था टावर और पुल : नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों का दस्ता प्रतिरोध दिवस के पहले दिन 21 जनवरी की रात को खुखरा और मधुबन में एक-एक कर दो मोबाइल टावर को उड़ा दिया था। वहीं 22 जनवरी की रात को डुमरी व मुफस्सिल थाना के सीमा पर बारागढ़ा-लुरंगी पथ पर मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत बराकर नदी पर बने पुल को ध्वस्त किया।
पुलिस की संयुक्त टीम पारसनाथ की तराई इलाकों से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों व जंगलों में खाक छान रही है। इस सर्च अभियान में संबंधित थानों की पुलिस के अलावा सीआरपीएफ व आइआरबी के जवान भी शामिल हैं। नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने को अभियान तेज किया गया है।
नक्सलियों के खिलाफ सीमावर्ती क्षेत्र में सघन छापेमारी अभियान चल रहा है। । ताकि नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम किया जाए। फिलहाल मुफस्सिल थाना क्षेत्र से सटे बिरनी, डुमरी, पीरटांड के अलावा अन्य क्षेत्रों में लगातार छापेमारी जारी है।
अनिल कुमार सिंह, सदर एसडीपीओ।
बराकर पुल बलास्ट मामले में इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा समेत एक दर्जन नामजद व एक दर्जन से अधिक अज्ञात नक्सलियों पर डुमरी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही नक्सलियों की धर-पकड़ को लेकर क्षेत्र में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
मनोज कुमार, डुमरी एसडीपीओ।

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