टीका लगाने के बाद बालक की मौत
पीरटांड़ खसरा व टेटनस का टीका लगाने के बाद सोमवार की रात एक बच्चे की मौत हो गई। घ्

पीरटांड़ : खसरा व टेटनस का टीका लगाने के बाद सोमवार की रात एक बच्चे की मौत हो गई। घटना विशुनपुर पंचायत के खेताडाबर गांव की है। विधायक से इसकी शिकायत करने के बाद बीडीओ दिनेश कुमार, सीओ विनय प्रकाश तिग्गा, जिला स्वास्थ्य समिति के डीएलओ कालीचरण मुर्मू सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्वजनों को ढांढस बंधाया। पदाधिकारियों ने इस मामले की जांच कर दोषी एएनएम पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
खेताडाबर निवासी श्रीधर सिंह की बेटी मधु देवी की ढाई माह के इकलौते पुत्र की मौत रात में इलाज के लिए गिरिडीह ले जाने के क्रम में हो गई। सोमवार को ही गांव में लगे टीकाकरण शिविर में उस बच्चे को पेंटा नामक सूई पड़ी थी। इसके दो-तीन घंटे के बाद बच्चे की तबीयत खराब होने लगी थी। एएनएम नूतन कुमारी के नेतृत्व में लगे शिविर में दस बच्चों को विभिन्न तरह की दवा व सुई दी गई थी। उम्र के हिसाब से उस बच्चे को भी पेंटा सूई दी गई। मृतक के नाना श्रीधर सिंह ने बताया कि सूई पड़ने के दो घंटे के बाद बच्चा को बुखार आ गया। घर वालों ने सोचा कि सूई पड़ने के बाद बुखार आना सामान्य बात है। जब रात में तबीयत अधिक बिगड़ गई तब उसे गिरिडीह ले जाया जा रहा था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई। स्वजनों का आरोप है कि एएनएम ने सूई देने में गड़बड़ी की है। इसी वजह से बच्चे की मौत हो गई, जबकि पीरटांड़ सीएचसी प्रभारी डॉक्टर प्रमोद कुमार ने कहा कि बच्चे की मौत हुई है। जो सूई सबको पड़ी, वही सूई उस बच्चे को भी दी गई थी। जांच के लिए सभी सैंपल जब्त किए गए हैं। सैंपल जांच के लिए कोलकाता लैब भेजा जाएगा।
बहरहाल, घटना से पूरा परिवार टूट गया है। बच्चे की मौत ननिहाल में होने से बच्चे के नाना-नानी आदि काफी परेशान हैं। बच्चे का अपना घर बिहार के चकाई में है। खास बात यह है कि मधु देवी की पहले एक पुत्री है। काफी दिनों के बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। उसे मायके में इसलिए रखा गया था कि यहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहेंगे, लेकिन हुआ कुछ और। घटना के बाद से ही मृत बच्चे की मां, नानी, नाना सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। चकाई से भी कुछ लोग यहां पहुंच चुके हैं।
जांच को पहुंचे अधिकारियों के साथ पंचायत समिति सदस्य तीर्थनाथ सिंह, अनूप राय, डॉक्टर अशोक कुमार, डॉक्टर कालीचरण मुर्मू, विनय सिंह आदि थे।
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