PM Awas Yojana: बिहार में बना मकान दिखाकर झारखंड से ले लिया योजना का लाभ, अब तक नहीं हुई वसूली
गिरिडीह के देवरी प्रखंड में पीएमएवाई के तहत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। चार लाभुकों ने बिहार में पहले से बने घर को झारखंड में दर्शाकर सरकारी राशि हड़प ली। जांच में खुलासा होने के बाद भी राशि की वसूली नहीं हुई है और न ही आरोपितों पर कार्रवाई हुई है। पीड़ित ने दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

संवाद सहयोगी, देवरी (गिरिडीह)। गिरिडीह के देवरी प्रखंड की कोसोगोंदो दिघी पंचायत अंतर्गत नवादा गांव में सरकारी योजनाओं के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
यहां प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत झारखंड सरकार की ओर से वर्ष 2020-21 में स्वीकृत की गई योजनागत राशि को चार लाभुकों ने फर्जीवाड़ा कर गटक लिया।
इन लाभुकों ने झारखंड के बजाय सीमावर्ती बिहार राज्य में पहले से ही बने अपने घर को योजना के तहत निर्मित दर्शा कर भुगतान हासिल कर लिया। बीडीओ की जांच में इस मामले का खुलासा हुआ।
हालांकि, अभी तक न तो सरकारी राशि की वसूली हुई है ना ही आरोपितों पर कोई ठोस कार्रवाई हो सकी है।
बिहार के चकाई ब्लॉक के कपसा गांव निवासी बांग्टू राम ने मंगलवार को देवरी बीडीओ को दिए गए आवेदन में बताया कि नवादा गांव के निवासी लीलावती देवी, श्यामसुंदर साव, गीता देवी और हारो साव के नाम से एक-एक यूनिट प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृत हुई थी।
इन सभी लाभुकों ने झारखंड के नवादा गांव में घर न बनाकर बिहार के चकाई प्रखंड के घुठिया गांव में पहले से बने अपने घरों को दर्शा कर सरकारी राशि की निकासी कर ली। तत्कालीन बीडीओ की जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी कि नवादा गांव में किसी प्रकार का निर्माण नहीं हुआ।
जांच के बाद बीडीओ ने चारो लाभुकों को ₹1,30,000 की राशि प्रखंड नजारत में जमा करने का निर्देश दिया था और उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी राशि वापस नहीं की गई है। बांग्टू राम ने अपने आवेदन में दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
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