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    गढ़वा में डाकघर में दो करोड़ रुपये का गबन, छानबीन में जुटी पुलिस Garhwa News

    By Sujeet Kumar SumanEdited By:
    Updated: Sat, 06 Jul 2019 07:43 PM (IST)

    Jharkhand. गढ़वा के रमना प्रखंड में उपडाकघर में दो करोड़ रुपये से अधिक के गबन का मामला सामने आया है। इसमें सहायक डाकपाल की संलिप्तता बताई जा रही है।

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    गढ़वा में डाकघर में दो करोड़ रुपये का गबन, छानबीन में जुटी पुलिस Garhwa News

    रमना (गढ़वा) जेएनएन। रमना प्रखंड मुख्यालय स्थिति उप डाकघर रमना में करोड़ों रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद डाकघर से जुड़े ग्राहकों में सनसनी फैल गई है। डाकघर में गबन के मामले में सहायक डाक अधीक्षक शंकर कुजूर ने रमना थाना में 26 जून को मामला दर्ज कराया है। उन्होंने दर्ज मामले में सहायक डाकपाल कामेश्वर राम (वर्तमान में निलंबित) वर्तमान पत्ता निकट अघोर आश्रम, सुदना मेदिनीनगर व स्थायी पता ग्राम सिलदाग, पोस्ट छत्तरपुर तथा ग्राम सजवन, पोस्ट कबरा खूर्द, हुसैनाबाद को आरोपी बनाया है।

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    रमना उप डाकघर में विभिन्न आवर्ती खातों से फर्जी तरीके से अलग-अलग तारीखों में अवैध निकासी की सूचना मिलने के मामले की विस्तृत जांच का जिम्मा सहायक डाक अधीक्षक शंकर कुजूर गढ़वा को सौंपा गया है। प्रथम दौर की जांच में दो करोड़ दस लाख 41 हजार 382 रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया है। अभी यह राशि और भी बढऩे की संभावना है। थाना में दिए आवेदन में शंकर कुजूर ने उल्लेख किया है कि उप डाकपाल कामेश्वर राम (निलंबित) द्वारा विभिन्न आवर्ती खातों में प्रथम भुगतान के बाद भी दो-तीन बार भुगतान कर सरकारी राशि का गबन किया गया है।

    प्रथम और दूसरी बार भुगतान दो अलग-अलग व्यक्तियों को किया गया है। निलंबित उप डाकपाल कामेश्वर राम अपने कार्यकाल में कंप्यूटर सिस्टम और एसपीडी के साथ छेड़छाड़ कर आवर्ती खाता धारकों की जानकारी को परिवर्तित कर दिया है। साथ ही सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करने के कारण बहुत सारा आवर्ती खाता अमान्य बता रहा है। उन्होंने कहा है कि कामेश्वर राम ने कार्यालय के दस्तावेज आरडी लेजर संख्या 36, 37, 39, 40, 41, 42 तथा 43 को गायब कर दिया गया है।

    इसमें आवर्ती खातों की पूरी जानकारी दर्ज थी। कामेश्वर राम द्वारा विभागीय कार्य को अवैध तथा गुप्त तरीके से संपन्न कराने व गबन में मंजीत कुमार, पोखराहा, पलामू तथा अश्विनी ठाकुर अरसली, भवनाथपुर की संलिप्तता रही है। इसके अलावा एक विभागीय कर्मी व आरडी खाता अभिकर्ता द्वारा अधिकांश निकासी फॉर्म भरे गए हैं। इसपर कामेश्वर राम के हस्ताक्षर से भुगतान किया गया है। शंकर कुजूर से प्राप्त आवेदन के आलोक में रमना थाना में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है।