पढ़ाई के लिए छात्र डीजी स्कूल ऐप करें इंस्टाल
जागरण संवाददाता गढ़वा कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा विधि शिक्षण का अनिवार्य अंग बन चुका ह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गढ़वा:
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा विधि शिक्षण का अनिवार्य अंग बन चुका है। ऐसे में झारखंड शिक्षा विभाग की ओर से भी 'डीजी स्कूल एप' गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। कक्षा एक से बारहवीं तक के बच्चे इस ऐप को डाउनलोड कर आनलाइन अध्ययन कर सकते हैं। इस ऐप की खासियत यही है कि बच्चे जिस स्कूल और कक्षा के नाम पर रजिस्ट्रेशन करेंगे, उन्हें अपने ही स्कूल और कक्षा के संबंधित शिक्षक द्वारा अपलोड की हुई सामग्री एप में दिखाई देगी। यानी सीधा-सीधा उन्हें इस ऐप के माध्यम से अपने स्कूल के सभी शिक्षकों द्वारा भेजे हुए नोट्स, उनके वीडियो, उनके ऑडियो आदि घर बैठे मिल जाते हैं। उक्त जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि गूगल प्ले स्टोर में जाकर डीजी स्कूल सर्च करने पर झारखंड का डीजी स्कूल एप दिखेगा। उसको डाउनलोड/ इंस्टॉल करके विद्यार्थी अपना विवरण भर कर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐप लोड करने के बाद संबंधित विद्यार्थियों से जिला, प्रखंड, स्कूल का नाम, कक्षा तथा उनका मोबाइल नंबर पूछा जाएगा। उक्त विवरण एंटर करने के उपरांत छात्र का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। दोबारा जब छात्र इस एप्लीकेशन को खोलेगा तो उससे लॉगिन के लिए वही मोबाइल नंबर मांगा जाएगा, जो मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन में दिया गया है। मोबाइल नंबर डालते ही छात्र के स्कूल का पेज खुल जाएगा, इस पेज में उसी स्कूल तथा कक्षा के शिक्षकों द्वारा उपलब्ध कराई गई अध्ययन सामग्री मिल जाएगी जिस स्कूल और कक्षा में छात्र पढ़ता है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को देखते हुए इसे लॉगिग करना बहुत आसान रखा गया है। इसलिए इसमें कोई ओटीपी वगैरह भी नहीं पूछा जाता है ।
- सभी विद्यालयों के शिक्षक डीजी स्कूल एप पर अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराएं:
संजय कुमार ने जिले के सभी शिक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपनी-अपनी कक्षाओं और स्कूल से संबंधित अध्ययन सामग्री एप में उपलब्ध कराएं ताकि उनके स्कूल के बच्चे ऑनलाइन सामग्री से पढ़ाई कर सकें। कहा कि शिक्षक गण ऐप पर जो भी अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाएं वह रोचक और सरल शैली में हो, ताकि बच्चों को पढ़ने में रुचि मिले और अधिक से अधिक बच्चे ऐप डाउनलोड करने को प्रेरित हों। कहा कि शिक्षकगण अपनी हैंडराइटिग में लिखकर पीडीएफ अपलोड कर सकते हैं, अपनी वॉइस रिकॉर्ड कर लेक्चर अपलोड कर सकते हैं या वीडियो बनाकर भी अपलोड कर सकते हैं। संजय कुमार ने जिले के अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को इस ऐप को डाउनलोड करने में मदद करें। साथ ही ऐप को डाउनलोड कर चुके बच्चों से भी अपील की कि वह अपने अन्य साथियों को इस ऐप को डाउनलोड करने व रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रेरित करें।

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