गढ़वा आवारा कुत्तों का आतंक, एक लाख कीमत की दस बकरियों को बनाया शिकार
गढ़वा जिले के मझिआंव में कुत्तों के झुंड ने झाऊल पाल की दस बकरियों को मार डाला। झाऊल पाल जंगल से बकरियाँ लेकर लौट रहे थे तभी कुत्तों ने हमला कर दिया। कचरे के ढेर से भोजन तलाश रहे कुत्तों ने बकरियों को घेर लिया। बकरियों की कीमत एक लाख से अधिक बताई जा रही है और झाऊल पाल का परिवार इन्हीं पर निर्भर था।

संवाद सूत्र, मझिआंव (गढ़वा)। गढ़वा जिले के मझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 10 के भुसूआ गांव निवासी झाऊल पाल की दस बकरियों को कुत्तों के झुंड ने अचानक से हमला कर सभी को मार डाला।
बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम झाउल पाल, पास के जंगल से अपनी बकरियों को लेकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान भुसूआ गांव के सतमानवा नहर के निकट नगर पंचायत द्वारा पूर्व से डंपिंग किए गए कचरे के ढेर पर भोजन की तलाश में भटक रहे कुत्तों के झुंड ने उनकी बकरियों पर अचानक से हमला कर दिया।
बताया जाता है कि कचरे के ढेर में मुर्गी के पंख, सड़ा-गला मांस समेत कई तरह की गंदी सामग्री पड़ी थी। इसी आहार की तलाश में जुटे कुत्तों ने अचानक बकरियों को घेर लिया और हमला कर दिया। वहीं झाउल पाल ने वहां भागकर अपनी जान बचाई।
झाउल पाल ने बताया कि कुत्तों के झुंड द्वारा मारी गई बकरियों की कीमत एक लाख से अधिक है। झाऊल पाल ने बताया कि उनका परिवार इन्हीं बकरियों पर निर्भर था।
यही उनके घर-परिवार की रोजी-रोटी का प्रमुख सहारा था। इस संबंध में समाजसेवी इबरार खां ने नगर पंचायत कार्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार को अवगत कराते हुए आवश्यक पहल की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अगर कचरे का सही ढंग से निस्तारण नहीं हुआ तो दुर्गंध पूरे गांव में फैल जाएगी तथा नाना प्रकार की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाएगा।
साथ ही कुत्ते, ग्रामीणों पर भी कभी हमला कर बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन्होंने नगर पंचायत से मांग की है कि कचरा प्रबंधन पर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि इस तरह की घटना की भविष्य में पुनरावृति नहीं हो सके।
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