Bihar Vidhansabha Chunav 2025: गढ़वा जेल में बंद सासाराम से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को मिली जमानत, 17 दिनों बाद जेल से आए बाहर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, राजद के सासाराम से प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गढ़वा जेल से जमानत मिल गई है। 17 दिनों के बाद जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया और खुशी मनाई।

सासाराम विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गुरुवार को जमानत मिल गई, जेल से बाहर आने पर राजद कार्यकर्त्ताओं ने उनका स्वागत किया।
संवाद सहयोगी, जागरण गढ़वा। बिहार की सासाराम विधानसभा सीट से राजद (राष्ट्रीय जनता दल) प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गुरुवार को जमानत मिल गई। गढ़वा जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय शिवनाथ त्रिपाठी की अदालत ने उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए रिहाई का आदेश जारी किया। जेल से बाहर आने पर राजद कार्यकर्त्ताओं ने उनका स्वागत किया।
2004 के बैंक लूटकांड से जुड़ा मामला
जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र साह पर वर्ष 2004 में गढ़वा थाना क्षेत्र स्थित एक बैंक से 10 लाख रुपये नकद लूटने का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में लंबे समय से स्थायी वारंट निर्गत था। पुलिस को उनकी तलाश थी, लेकिन वे अब तक गिरफ्त से बाहर थे।
नामांकन बाद सासाराम से हुई थी गिरफ्तारी
बीते 20 अक्टूबर 2025 को जब सत्येंद्र साह सासाराम विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय से बाहर निकल रहे थे, तभी रोहतास जिले के करहगर थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद करहगर पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए उन्हें गढ़वा पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद गढ़वा पुलिस ने सत्येंद्र साह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
17 दिनों तक रहे जेल में बंद
सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी के बाद से वे गढ़वा मंडल कारा में बंद थे। करीब 17 दिनों तक जेल में रहने के बाद गुरुवार को अदालत से उन्हें राहत मिली। जमानत आदेश के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। समर्थकों ने इसे “सत्य की जीत” बताया।
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
सत्येंद्र साह की रिहाई ने सासाराम विधानसभा क्षेत्र की चुनावी सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। राजद कार्यकर्ता उनकी जमानत को पार्टी के लिए सकारात्मक संकेत मान रहे हैं। वहीं, विपक्षी दल इस मुद्दे को चुनावी प्रचार में उठाने की तैयारी में हैं। गढ़वा से मिली इस खबर ने सासाराम के राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।