Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बासुकीनाथ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाया गया है जलार्पण काउंटर, दर्शन करने में होगी आसानी

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 06:06 PM (IST)

    बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला महोत्सव 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने जलार्पण काउंटर की व्यवस्था की है। यह सुविधा उन श्रद्धालुओं के लिए है जो लंबी कतारों में खड़े होने में असमर्थ हैं। काउंटर पर सुरक्षा बल तैनात हैं और जलार्पण प्रक्रिया को टीवी पर दिखाया जा रहा है। श्रद्धालु इस सुविधा की सराहना कर रहे हैं।

    Hero Image
    श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु बनाया गया है जलार्पण काउंटर। जागरण फोटो

    संवाद सहयोगी , बासुकीनाथ (दुमका)। राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2025 के अंतर्गत बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की लगातार भीड़ को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा एक सुव्यवस्थित एवं समर्पित जलार्पण काउंटर की व्यवस्था की गई है।

    यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो लंबी कतार में खड़े होकर बाबा पर जलार्पण करने में असमर्थ हैं। इससे भीड़ भी कम होगी।

    इन काउंटरों के माध्यम से श्रद्धालु व्यवस्थित रूप से बाबा बासुकीनाथ पर जल अर्पित कर सकते हैं। जलार्पण की प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से टीवी स्क्रीन के माध्यम से भी दिखाया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को श्रद्धा एवं संतोष की अनुभूति होती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन काउंटरों पर भीड़ प्रबंधन एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु सुरक्षाबलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त सफाई कर्मी एवं मेला कर्मी भी सतत रूप से सेवा में लगे हुए हैं, जिससे परिसर स्वच्छ और सुव्यवस्थित बना रहे।

    बासुकीनाथ आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को सुगमता से बाबा पर जलार्पण का अवसर मिले, यह जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जलार्पण काउंटर सुविधा इसी सोच का साकार रूप है। -अभिजीत सिन्हा, उपायुक्त।

    प्रत्येक दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन काउंटरों का लाभ ले रहे हैं और प्रशासन द्वारा की गई इस सुविधा की सराहना भी कर रहे हैं। यह व्यवस्था श्रावणी मेले की समग्र योजना में सुगमता एवं श्रद्धा का सुंदर संगम है।

    यह भी पढ़ें- श्रावणी मेला 2022 : पुत्र को कंधे पर बैठाकर चली बाबाधाम, बोलीं-बाबा ने भरी कोख