दुर्गा पूजा पंडाल में एक बार में केवल 25 लोगों को ही पूजा की अनुमति
दुर्गा पूजा में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए मंगलवार को एसडीओ महेश्वर महतो ने कार्यालय कक्ष में शहर की पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।

दुर्गा पूजा में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए मंगलवार को एसडीओ महेश्वर महतो ने कार्यालय कक्ष में शहर की पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।
एसडीओ ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी सभी को नियमों का ेसख्ती से पालन करना होगा। कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़े। कहा कि पूजन के दौरान एक बार में केवल 25 लोगों को ही पूजा की अनुमति होगी। सभी का मास्क पहनने के साथ शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। विसर्जन के दौरान किसी तरह का जुलूस नहीं निकलेगा। हर हाल में शाम नौ बजे तक प्रतिमा का विसर्जन कर देना है। इस दौरान डीजे का प्रयोग वर्जित होगा। इसके बाद भी किसी ने बजाया तो बाजा जब्त कर समिति के सदस्य व मालिक पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। शाम को किसी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम व भजन संध्या का आयोजन नहीं होगा। पंडाल के बाहर मेला व आकर्षक सजावट नहीं की जाएगी। पूजा समिति के सदस्यों को कोरोना से बचाव का एक टीका लेना जरूरी है। बिना टीका के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। बैठक में पंकज सिंह, निवास मंडल, विश्वजीत, गुडडू भालोटिया, संजय रक्षित, लल्ला, मृणाम मिश्रा, महेश साह व सोनू कुमार आदि मौजूद थे। दुर्गोत्सव के लिए कुमीरदहा दुर्गा मंदिर बनकर तैयार: रानीश्वर के कुमीरदहा में स्थापित दुर्गा मंदिर के नये भवन में मां दुर्गा की प्राण-प्रतिष्ठा मंगलवार को पूरे विधि-विधान से की गई। पुरोहित पूर्णचंद्र भट्टाचार्य, चंद्रमोहन भट्टाचार्य, सपन कुमार राजहंस, विष्णु ठाकुर एवं दालिम बनर्जी के नेतृत्व में मां दुर्गा का प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इससे पूर्व तीन किलोमीटर दूर मयूराक्षी नदी तट से अल सुबह 108 कुंवारी कन्याओं ने कलश में जल भरकर भव्य कलश यात्रा निकाली और आयोजन स्थल तक पहुंचीं। प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान में आयोजक उमाचरण मंडल, धीरेंद्र नाथ मंडल, विमल कुमार मंडल, महादेव मंडल, सरोज कुमार मंडल, प्रबोध कुमार मंडल, अजित कुमार मंडल, विजय कुमार मंडल, प्रदीप मंडल, कमल मंडल, श्यामल मंडल, भुवन मंडल, श्रीकांत मंडल, विद्यासागर मंडल, धीरेन मंडल, अमल मंडल, गुरुचरण मंडल, त्रिलोचन मंडल, अनिल मंडल, संजीत मंडल, दुर्बा मंडल, काबेरी मंडल, विमला मंडल, अनूपा मंडल समेत कई मौजूद थे।
200 वर्ष से हो रही है दुर्गा पूजा
कुमीरदाहा गांव के उमाचरण मंडल बताते हैं कि इस मंदिर में दुर्गा मां की पूजा दो सौ साल हो हो रही है। ताराचारण मंडल ने यहां पहली बार पूजा शुरू कराई थी। वर्तमान में उनके चार वंशज है। जबकि, अब इसका स्वरूप भी सार्वजनिक हो चुका है। पांच बीघा भू-भाग मंदिर की मिलकियत में है। एन मंदिर का निर्माण भी ताराचरण मंडल के वंशजों के सहयोग से ही कराया गया है। उमाचरण ने कहा कि मंदिर निर्माण में पांच लाख रुपये खर्च किया गया है। इस वर्ष यहां दुर्गापूजा को लेकर अभी उत्साह है। यहां परंपरा के मुताबिक दसवीं को ही प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है।
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