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    विद्यालय के कैश बुक में पाई गई गड़बड़ियां

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 12 Mar 2020 05:10 PM (IST)

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    विद्यालय के कैश बुक में पाई गई गड़बड़ियां

    सरैयाहाट : सामाजिक अंकेक्षण के तहत सरकारी विद्यालयों में संचालित मध्याह्न भोजन का गुरूवार को प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बीआरसी भवन में प्रखंडस्तरीय सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्राथमिक विद्यालय चोरबटिया के प्रधानाध्यापक पर कैश बुक अपडेट नहीं रखने का आरोप लगा है। 43 विद्यालयों की सुनवाई की गई। पूर्व में अंकेक्षण दल द्वारा की गई जांच में पाई गई त्रुटियों को दूर करते हुए संबंधित विद्यालयों के सचिव द्वारा साक्ष्य प्रस्तुत किया गया। वहीं जो साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सके। उसे जिलास्तरीय सुनवाई कार्यक्रम में साक्ष्य के साथ उपस्थित होने का निर्देश ज्यूरी सदस्य द्वारा दिया गया।

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    प्रखंडस्तरीय सुनवाई कार्यक्रम में प्राथमिक विद्यालय चोरबटिया के प्रधानाध्यापक पर अंकेक्षण दल ने आरोप लगाया कि अंकेक्षण के दौरान कैश बुक संधारित नहीं पाया गया। इसके साथ ही अंकेक्षण दल को स्थायी पंजी, स्टॉक पंजी, अनुश्रवण पंजी, मुआवजा पंजी, निरीक्षण पंजी नहीं दिखाया गया। साथ ही खर्च की गई तीस हजार राशि का भी वाउचर दिखाने में असमर्थता जताया। शौचालय की साफ सफाई भी नहीं पाया गया। सुनवाई में प्रधानाध्यापक द्वारा सादा बिल दिखाया गया। जिसमें ज्यूरी सदस्यों ने प्रिट किया गया बिल दिखाने के लिए जिलास्तरीय सुनवाई में उपस्थित होने का निर्देश दिया। मध्य विद्यालय असवरिया में भोजन परोसने का आवश्यक वर्तन एवं बच्चों के खाना का थाली की कमी पाई गई थी। जनमडीह प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद पाया गया था। जिसमें प्रधानाध्यापक द्वारा राशि नहीं होना बताया गया। अमघट्टा विद्यालय में शौचालय नहीं होने के साथ अन्य विद्यालयों में कई प्रकार की त्रुटियां पाई गई थी। जिसका निराकरण जिलास्तरीय सुनवाई में की जायेगी। वहीं शिक्षक प्रतिनिधि संजय कुमार ठाकुर ने ज्यूरी सदस्यों से आग्रह किया की कई शिक्षक इस तरह के प्रक्रिया से अंजान हैं। जिसे सुधार करने का मौका दिया जाए। बीडीओ दयानंद जायसवाल ने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण से सिस्टम में सुधार लाना इसका मुख्य उद्देश्य है। सुनवाई कार्यक्रम में ज्यूरी सदस्य मनोरंजन वर्मा, उपेन्द्र कुमार, शोभा देवी, बुद्धिनाथ सोरेन, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी संध्यारानी मिज एवं सभी 43 विद्यालय के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।