नारी अपराध पर प्रशासनिक नियंत्रण जरूरी : आचार्य पृथ्वीनाथ
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बुधवार को आनलाइन वेबिनार का किया गया।

नारी अपराध पर प्रशासनिक नियंत्रण जरूरी : आचार्य पृथ्वीनाथ
फोटो : 023
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जागरण संवाददाता, दुमका : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बुधवार को आनलाइन वेबिनार का आयोजन सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना पीजी इकाई एक के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में किया गया। बतौर मुख्य अतिथि भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पंडित पृथ्वीनाथ पांडेय ने कहा कि आज देश में जिस स्तर पर नारी सामाजिक व्यवस्था के अत्याचार की शिकार हो रही है वह चिंताजनक है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय और राज्यीय महिला आयोग का दृष्टिबोध भी एकपक्षीय देखा जा रहा है। शासन स्तर पर नारी अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए पारदर्शिता के साथ विधिक क्रियान्वयन करना होगा।
अध्यक्षता कर रही सांसद केशरी देवी ने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ते रहने के लिए अवसर देना होगा। विशिष्ट अतिथि डा.सविता अग्रवाल ने कहा कि नारी जीवन दु:ख-सुख के झूले की तरह हैं। कभी इस पार तो कभी उस पार। एसकेएमयू के
छात्र कल्याण अधिष्ठाता सह प्रभारी कुलपति डा.संजय कुमार सिंह कहा कि के 75 वें वर्ष पर देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है । इस वर्ष का लक्ष्य देश समाज के सभी वर्ग को गौरव और सम्मान का अवसर देने और उन्हें सशक्त बनाने का है। कुलसचिव डा. संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति, सुरक्षा तथा सशक्तीकरण को अंगीकृत कर रही है। वित्त पदाधिकारी डा.अजय राम ने कहा कि अपने घर से लेकर देश की प्रगति में सबसे अधिक योगदान महिलाओं का है। राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मेरी मार्ग्रेट टुडू ने कहा कि समान पारिश्रमिक अधिनियम हर महिला को अपने कार्यस्थल पर काम करने वाली समकक्षीय सदस्यों के समान ही वेतन का अधिकार प्रदान करता है। विषय प्रवर्तन करते हुए कार्यक्रम के संयोजक सह कार्यक्रम पदाधिकारी डा.अजय शुक्ल ने कहा कि स्त्री यदि बहन है तो प्यार का दर्पण है।
कार्यक्रम में डा. हशमत अली, डा.विनय कुमार सिन्हा, डा.टीपी सिंह, डा.अब्दुल सत्तार, डा.एसएल बौंडिया, डा.अमीर हसन, डा. निर्मला त्रिपाठी, डा.ट्रीज जेनिफर टोप्पो, अंकित पांडेय समेत कई मौजूद थे।
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